नई दिल्ली, फरवरी 16: हाल ही में इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप Whatsapp ने अपने पेमेंट फीचर जारी किया है। इस फीचर के जरिए व्हाट्सऐप यूजर्स आसानी से किसी को भी पैसे ट्रांसफर सकते हैं। व्हाट्सऐप की घोषणा के साथ ही भारत में मोबाइल पेमेंट के बाजार में उथल-पुथल मच गई है और पेटीएम के संस्थापक विजय शेखर शर्मा ने व्हाट्सऐप पर गलत तरीके से पेमेंट कराने का आरोप लगाया है। वहीं, पवन दुग्गल ने भी इसकी सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं।
कंपनी द्वारा जारी किए गए फीचर को देखते हुए माना जा रहा है कि व्हाट्सऐप पेमेंट वॉलेट फीचर भारत में पहले से मौजूद पेटीएम को कड़ी टक्कर दे सकता है। व्हाट्सऐप के पेमेंट फीचर लॉन्च होने के बाद यकीनन बाजार में मौजूद दूसरी कंपनियों को एक बड़ी चुनौती मिलेगी।
Paytm के संस्थापक ने किया ट्वीट
पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करके व्हाट्सऐप की पेमेंट ऐप पर सवाल उठाएं हैं। विजय शेखर का कहना है कि फेसबुक की स्वामित्व वाली कंपनी व्हाट्सऐप के UPI पेमेंट प्लेटफॉर्म में ग्राहकों की सुरक्षा खतरे में हैं और यह सरकारी दिशा निर्देशों के खिलाफ है।
शर्मा ने ट्वीट किया, ''फ्री बेसिक्स की घटिया ट्रिक्स के साथ भारत के ओपन इंटरनेट के खिलाफ जंग हारने के बाद फेसबुक ने दोबारा गेम में एंट्री की है। फेसबुक UPI सिस्टम को अपने इम्प्लीमेंटेशन से खत्म कर रहा है।''
उन्होंने आगे लिखा- ''माइक्रोसॉफ्ट ने यह ओपन वेब स्टैंडर्ड्स के साथ किया था और अब व्हाट्सएेप UPI के साथ कर रहा है।''
वहीं, खबर लिखे जाने तक व्हाट्सऐप की ओर से इस बयान पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है। लेकिन Mobikwik और FreeCharge ने पेटीएम के संस्थापक को जरूर जवाब दिया। देखिए इस ट्वीट पर शर्मा को क्या प्रतिक्रिया मिली।
मोबिक्विक के को-फाउंडर बिपिन प्रीत सिंह ने इसके जवाब में ट्वीट किया कि व्हाट्सएेप पेमेंट का विरोध करने वाले वहीं लोग है जिन्होंने अपने वेबसाइट और ऐप पर न्यूट्रल पेमेंट के विकल्पों का इस्तेमाल होने से रोक दिया था।
फ्रीचार्ज के सीईओ कुणाल शाह ने ट्वीट किया कि जिन कंपनियों को व्हाट्सऐप पेमेंट से डर लग रहा है वह इसे एंटी नेशनल घोषित कर दे क्योंकि आप व्हाट्सऐप के पहुंच के प्रभाव से जीत नहीं सकते।
कितना सुरक्षित है व्हाट्सऐप का पेमेंट वॉलेट और बाकी वॉलेट ऐप?
इस मामले में लोकमत न्यूज ने साइबर सुरक्षा कानून विशेषज्ञ पवन दुग्गल से बात की है। पवन दुग्गल ने बताया कि व्हाट्सऐप के टर्म एंड कंडीशन में साफ तौर पर लिखा है कि यूजर्स द्वारा किए गए पेमेंट की जिम्मेदारी उनकी नहीं होगी। यूजर्स अपने जोखिम पर पेमेंट करें। यानी कि कहीं न कहीं व्हाट्सऐप भारतवर्ष में बेसिक कानूनी प्रावधान का पालन नहीं कर रहा है। साथ ही अगर यूजर्स को व्हाट्सऐप के पेमेंट में कोई दिक्कत आती है तो कंपनी इसमें कोई मदद नहीं करेगी।
ये प्रीपेड पेमेंट सर्विस प्रोवाइर्स है जिसे सरकार ने अभी तक रेगुलेट नहीं किया है। सरकार को इसके लिए सख्त कानूनी प्रावधान लाने पड़ेंगे। RBI और मिनिस्ट्री ऑफ आईटी इन ऐप्स को रेगुलेट करती नहीं है तो इस तरह के पॉलिसी वैक्यूम में लोगों के पैसे सही जगह नहीं पहुंचते हैं और उनके अकाउंट से पैसे भी डेबिट हो जाते हैं। ऐसे में जब तक सरकार की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाएं जाएंगे इन ऐप्स का इस्तेमाल जोखिम भरा होगा।- पवन दुग्गल , साइबर सुरक्षा कानून विशेषज्ञ