दुबई ने ऐसी सेवा शुरू की है जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से धार्मिक मसलों पर इस्लामिक कायदों की जानकारी या फतवे जारी करेगा। इसे 'वर्चुअल इफ्ता' नाम दिया गया है और मंगलवार को इसे लॉन्च किया गया। माना जा रहा है कि ये दुनिया की पहली ऐसी सर्विस है। इसमें किसी इस्लामिक जानकार के फोन पर जानकारी देने के बजाए, AI से लैस वर्जुअल इफ्ता इंटरनेट पर लाइव चैट के दौरान लोगों से सवाल ले सकेगा और फिर उसका जवाब भी देगा।
'गल्फ न्यूज' की रिपोर्ट के अनुसार 'वर्चुअल इफ्ता' एक बार में नमाज या सालाह (Salah) से जुड़े 205 सवालों के जवाब दे सकता है। वर्जुअल इफ्ता से जुड़े पहले पायलट फेज में AI सर्विस अरबी और अंग्रेजी भाषा में उपलब्ध है। अगले कुछ चरणों में इसे व्हाट्सएप के मुताबिक तैयार करने की भी योजना है। साथ ही इसमें आगे जाकर रोजे, शुद्धता, वित्तीय विषय सहित और भी विषय जोड़े जाएंगे। साथ ही इसमें और भी भाषाएं जोड़ी जाएंगी।
यह सेवा इस्लामिक अफेयर्स एंड चैरिटेबल एक्टिविटिज डिपार्टमेंट (IACAD) की वेबसाइट पर उपलब्ध होगी। इस वेबसाइट के होमपेज पर दाएं कोने में 'चैट विथ अस' का विकल्प है, जिसकी मदद से जानकारी हासिल की जा सकती है। इसमें सबसे पहले अपनी पसंदीदा भाषा को चुनना होगा और फिर उस विषय को बताना होगा जिसके बारे में आप कोई जानकारी चाहते हैं।
भविष्य में इस सर्विस में और सुधार भी किया जाएगा। इसके बाद बोलकल भी कोई अपने सवाल रख सकता है, जिसका जवाब लिखित में स्क्रिन पर आयेगा। इसे पुरी दुनिया में कहीं से भी इस्तेमाल किया जा सकता है। जल्द हीIACAD का एप लाने की भी योजना है जिसे आसानी से गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकेगा।