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12000 रुपए से कम के चीनी स्मार्ट फोन भारत में होंगे बैन? जानिए वजह  

By मेघना सचदेवा | Updated: August 9, 2022 19:46 IST

भारत सरकार 12000 रुपए से कम के चीनी स्मार्ट फोन को बैन करने की तैयारी कर रही है। कहा जा रहा है कि भारत का मकसद कम बजट के इन स्मार्ट फोन को बैन कर भारतीय कंपनियों को बढ़ावा देना है । 

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ठळक मुद्देभारत सरकार ने फरवरी 2022 में 54 चीनी एप्स को बैन किया, जिसे डिजिटल स्ट्राइक कहा गया।चीन की बड़ी दूरसंचार कंपनिया और भारत में उनके फोन बेचने वाली कंपनियां अपने फायदे का बड़ा हिस्सा चीन तक पंहुचाती है।जिस दाम पर चीनी कंपनियां फोन बेच रही थी उसी दाम पर भारतीय कंपनियों के लिए खरीददार को बेहतर फोन और टेक्नोलॉजी देना संभव नहीं था।

नई दिल्ली: भारत और चीन के बीच बार्डर पर तो तनाव हमेशा बना रहता है। पिछले कई सालों में भारत ने कई मौकों कई चीनी एप्स को भारत में बैन कर झटका भी दिया है। अब भारत सरकार 12000 रुपए से कम के चीनी स्मार्ट फोन को बैन करने की तैयारी कर रही है। भारत सरकार के इस फैसले के पीछे क्या वजह हो सकती है, जानिए। 

12000 रुपए से कम के चीनी स्मार्ट फोन होंगे बैन

भारत सरकार ने फरवरी 2022 में 54 चीनी एप्स को बैन किया जिसे डिजिटल स्ट्राइक कहा गया। इससे पहले भी चीनी एप्स की तरफ से डाटा लीक के खतरे को देखते हुए भारत सरकार ने चीनी एप्स पर एक्शन लिया था। अब खबर ये है कि जल्द ही भारत में 12000 रुपए से कम के चीनी स्मार्ट फोन भी बैन कर दिए जाऐंगे।

मीडिया रिपोर्टस की मानें तो दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्मार्ट फोन का बाजार कहे जाने वाले भारत का मकसद  चीन की बड़ी दूरसंचार कंपनियों को बाहर करना है। खास कर कम बजट के इन स्मार्ट फोन को बैन कर भारतीय कंपनियों को बढ़ावा देना है । 

भारतीय बाजार में चीनी स्मार्ट फोन सबसे ज्यादा 

पिछले कई महीनों से भारत सरकार इस पर नजर बनाए हुए है कि  चीन की बड़ी दूरसंचार कंपनिया और कैसे भारत में उनके फोन बेचने वाली कंपनियां अपने फायदे का बड़ा हिस्सा चीन तक पंहुचाती है। जिससे वो टैक्स से भी बच जाती हैं। भारत फिलहाल दुनिया की दूसरा सबसे बड़ा स्मार्ट फोन का बाजार माना जाता है जो कि आने वालें सालों में पहले नंबर पर भी आ सकता है। हालांकि भारतीय बाजार में चीनी स्मार्ट फोन की संख्या सबसे ज्यादा है। 

भारतीय  कंपनियों को राहत देने के लिए लागू हो सकता है फैसला

जैसे ही एंड्राइड मोबाइल फोन की शुरूआत हुई तो भारतीय कंपनियां उसके आगे दुर्बल होती गई। चीनी स्मार्ट फोन ने भी पूरे बाजार को कब्जे में कर लिया। जिस दाम पर चीनी कंपनियां फोन बेच रही थी उसी दाम पर भारतीय कंपनियों के लिए खरीददार को बेहतर फोन और टेक्नोलॉजी देना संभव नहीं था। ऐसे में भारतीय मोबाइल फोन बेचने के लिए कई तरकीब अपनाई गई। हालांकि सब फेल हो गई। माक्रोमैक्स ही बात कर ली जाए तो कपंनी ने राष्ट्रवाद को बढ़ावा देने के नाम पर फोन को बेचने की शुरूआत की पर वो कोशिश भी नाकाफी रही ।

कुछ मीडिया रिपोर्टस में कहा गया है कि अगर भारत सरकार 12000 रुपए से कम के चीनी स्मार्ट फोन पर बैन लगाती है तो उन्हें अपने दाम बढ़ाने पड़ेंगे। हालांकि ये भी कहा जा रहा है कि चीनी कंपनियां पहले से ही कुछ स्मार्ट फोन के दाम बढ़ाने की तैयारी कर रही थी। ये बढ़ोतरी काफी ज्यादा नहीं होगी।

अगर ऐसा होता है तो हो सकता है भारत सरकार कड़े नियम भी बनाए। खैर अभी सरकार की तरफ से इस पर स्पष्ट तरीके से कुछ नहींं कहा गया है लेकिन अगर वाकइ ये फैसला जल्द लागू होता है तो इससे भारतीय स्मार्टफोन कंपनियों को काफी राहत मिल सकती है। 

टॅग्स :स्मार्टफोनभारतचीनमाइक्रोमैक्स
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