ऋषिकेश: उत्तराखंड में स्थित सिख तीर्थ स्थल गुरुद्वारा हेमकुंड साहिब के लिए श्रद्धालुओं का पहला जत्था ऋषिकेश से रवाना कर दिया गया है।
उत्तराखंड सीएम पुष्कर सिंह धामी और की मौजूदगी में श्रद्धालुओं के पहले जत्थे को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया गया है। दरअसल, सिख श्रद्धालुओं के लिए हेमकुंड साहिब गुरुद्वारे के कपाट 20 मई, शनिवार को खोले जाएंगे।
इस बीच, गुरुद्वारा हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट ने गुरुवार को एक बयान जारी कर महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है।
ट्रस्ट के अनुसार, हेमकुंड में भारी बर्फबारी के कारण ट्रस्ट ने फैसला किया है कि कपाट खुलने के पहले दिन केवल 2500 तीर्थयात्रियों को ही पवित्र स्थल में जाने की अनुमति दी जाएगी।
अधिकारियों का कहना है कि बर्फबारी के कारण 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों और छोटे बच्चों के तीर्थ स्थल यात्रा पर रोक लगाई गई है। वहीं, जून महीने में बर्फ पिघलने के बाद गुरुद्वारे में श्रद्धालुओं की संख्या सीमित कर दी जाएगी।
गौरतलब है कि बुधवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा पहले जत्थे को रवाना करने के दौरान कैबिनेट के कई मंत्री मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने यात्रा को लेकर सभी को बधाई दी है और सुरक्षा के पुख्ता इंतजामों का आश्वासन दिया है। हेमकुंड साहिब की यात्रा करने वाले दर्शनार्थियों के पहले जत्थे में पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान के श्रद्धालु शामिल हैं।
जानकारी के अनुसार, 14 मई को चमोवी कलेक्टर हिमांशु खुराना ने 18 किलोमीटर पदयात्रा कर यात्रा की तैयारियों का जायजा लिया था। डीएम हिमांशु खुराना ने गोविंद घाट गुरुद्वारे से निरीक्षण शुरू किया और हेमकुंड साहिब पहुंचे।
उन्होंने अपने दौरे के दौरान जिम्मेदार अधिकारियों को समय सीमा के भीतर सभी आवश्यक व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए। प्रशासन के मुताबिक सभी श्रद्धालुओं की सुगम और सुरक्षित यात्रा के लिए एसडीआरएफ तैनात किया गया है।