चार धाम यात्रा पर खराब मौसम का साया, 12 और 13 मई को आंधी-तूफान की संभावना, मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी

By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: May 11, 2024 08:06 PM2024-05-11T20:06:16+5:302024-05-11T20:07:38+5:30

यात्रा शुरू होते ही मौसम बिगड़ गया। 11 मई 2024 को अलग-अलग स्थानों पर 50-60 किमी प्रति घंटे और 70 किमी प्रति घंटे की गति तक बिजली, ओलावृष्टि और तूफान के साथ आंधी चली।

Char Dham yatra india Meteorological Department (IMD) predicts thunderstorms and rainfall | चार धाम यात्रा पर खराब मौसम का साया, 12 और 13 मई को आंधी-तूफान की संभावना, मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी

(फाइल फोटो)

Highlightsकेदारनाथ और यमुनोत्री के कपाट अक्षय तृतीया के शुभ दिन पर सुबह 7 बजे खुलेगंगोत्री में दोपहर 12:25 बजे तीर्थयात्रियों का स्वागत किया गया यात्रा शुरू होते ही मौसम बिगड़ गया

नई दिल्ली: भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने हिंदू धर्म के पवित्र तीर्थस्थल चार धाम यात्रा मार्ग पर अगले कुछ दिनों तक आंधी और बारिश की भविष्यवाणी की है। तीर्थयात्रा अक्षय तृतीया के शुभ दिन पर केदारनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री मंदिरों के कपाट खुलने के साथ शुरू हुई थी। सर्दियों में यहां कपाट बंद हो जाते हैं। 10 मई को पवित्र मंदिरों के दरवाजे भक्तों के लिए खोल दिए गए थे।

केदारनाथ और यमुनोत्री के कपाट अक्षय तृतीया के शुभ दिन पर सुबह 7 बजे खुले, जबकि गंगोत्री में दोपहर 12:25 बजे तीर्थयात्रियों का स्वागत किया गया। हालांकि यात्रा शुरू होते ही मौसम बिगड़ गया। 11 मई 2024 को अलग-अलग स्थानों पर 50-60 किमी प्रति घंटे और 70 किमी प्रति घंटे की गति तक बिजली, ओलावृष्टि और तूफान के साथ आंधी चली। 12 मई 2024 को भी आसमान में आमतौर पर बादल छाए रहने और बारिश, आंधी या धूल भरी आंधी चलने की संभावना है।

12 मई के लिए भी अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ बिजली, ओलावृष्टि और आंधी की संभावना जताई गई है। 13 मई 2024 को, आईएमडी ने अलग-अलग स्थानों पर बिजली गिरने के साथ तूफान की भविष्यवाणी की है, जिसमें आंधी या ओलावृष्टि भी शामिल हो सकती है।  

उत्तराखंड के उच्च गढ़वाल क्षेत्र में स्थित प्रसिद्ध केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धामों के कपाट शीतकाल के दौरान छह माह बंद रहने के बाद शुक्रवार को अक्षय तृतीया के पर्व पर श्रद्धालुओं के लिए खुलने के साथ ही इस साल की चारधाम यात्रा का आरंभ हो गई है। 

अधिकारियों के अनुसार यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है और बृहस्पतिवार शाम चार बजे तक चार धामों के लिए 22 लाख से अधिक श्रद्धालु अपना पंजीकरण करवा चुके हैं। चारधाम यात्रा पंजीकरण बुलेटिन के अनुसार, वेब पोर्टल, मोबाइल एप और व्हाटसएप के माध्यम से अब तक पंजीकरण की संख्या 22,28,928 पहुंच चुकी है।

हर साल गर्मियों में होने वाली चारधाम यात्रा के शुरू होने का स्थानीय जनता को भी इंतजार रहता है। छह माह तक चलने वाली इस यात्रा के दौरान देश-विदेश से आने वाले लाखों श्रद्धालु और पर्यटक जनता के रोजगार और आजीविका का साधन हैं और इसीलिए चारधाम यात्रा को गढवाल हिमालय की आर्थिकी की रीढ़ माना जाता है। चारों धामों के सर्दियों में भारी बर्फवारी और भीषण ठंड की चपेट में रहने के कारण उनके कपाट हर साल अक्टूबर—नवंबर में श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिये जाते हैं जो अगले साल दोबारा अप्रैल-मई में फिर खोल दिये जाते हैं।

Web Title: Char Dham yatra india Meteorological Department (IMD) predicts thunderstorms and rainfall

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