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Ganesh Visarjan 2023: ‘गणपति बप्पा मोरया, पुढच्या वर्षी लवकर या’ के जयकारों के साथ जुलूस, 19 सितंबर को शुरू हुआ उत्सव विसर्जन के साथ समाप्त होगा, देखें कई वीडियो

By सतीश कुमार सिंह | Updated: September 28, 2023 15:49 IST

Ganesh Visarjan 2023:  ‘गणेश चतुर्थी’ के साथ 19 सितंबर को शुरू हुआ यह उत्सव बृहस्पतिवार को ‘अनंत चतुर्दशी’ पर गणपति प्रतिमाओं के विसर्जन के साथ समाप्त होगा।

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ठळक मुद्देगणेशोत्सव भारत के विभिन्न राज्यों में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है।कुछ लोग 1.5, 3, 5, या 7 दिनों के बाद विसर्जन करते हैं। प्रसिद्ध लालबागचा राजा की प्रतिमा के विसर्जन का जुलूस आकर्षण का मुख्य केंद्र रहा।

Ganesh Visarjan 2023: गणेश चतुर्थी उत्सव 28 सितंबर को 10वें दिन गणेश विसर्जन के साथ समाप्त होगा। भक्तों ने मूर्ति को पानी में विसर्जित करके अगले वर्ष उनकी वापसी की आशा के साथ भगवान गणेश को विदाई दी। ‘गणेश चतुर्थी’ के साथ 19 सितंबर को शुरू हुआ यह उत्सव बृहस्पतिवार को ‘अनंत चतुर्दशी’ पर गणपति प्रतिमाओं के विसर्जन के साथ समाप्त होगा।

गणेशोत्सव भारत के विभिन्न राज्यों में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। जबकि कुछ लोग 1.5, 3, 5, या 7 दिनों के बाद विसर्जन करते हैं। त्योहार का अंतिम दिन विशेष महत्व रखता है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि यह भगवान गणेश की उनके निवास में वापसी का प्रतीक है।

इस उत्सव को भव्यता के साथ मनाने के लिए मशहूर मुंबई के लालबाग इलाके में तेजुकाया और गणेश गली मंडलों की विसर्जन यात्रा ‘गणपति बप्पा मोरया, पुढच्या वर्षी लवकर या’ (अगले साल जल्दी आना भगवान) के जयकारों के साथ शुरू हुई। प्रसिद्ध लालबागचा राजा की प्रतिमा के विसर्जन का जुलूस आकर्षण का मुख्य केंद्र रहा।

मुंबई में 10 दिवसीय गणेश उत्सव के समापन पर बृहस्पतिवार को विभिन्न गणेश मंडलों द्वारा ढोल-नगाड़ों और ‘गणपति बप्पा मोरया’ के जयकारों के साथ विघ्नहर्ता की प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए जुलूस निकाले जा रहे हैं। भगवान गणेश की विभिन्न रूपों और आकारों की सुसज्जित प्रतिमाओं को प्रार्थना, अगले बरस फिर से आने के अनुरोध, संगीत और नृत्य के साथ विसर्जन के लिए पंडालों से बाहर निकाला गया। अपने प्रिय देवता की एक झलक पाने के लिए शहर के विभिन्न स्थानों पर भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी।

उत्सव के दौरान भगवान गणेश के दर्शन के लिए सबसे अधिक भीड़ यहीं देखी गई। यहां विसर्जन यात्रा 11 बजकर करीब 30 मिनट बजे शुरू हुई और बप्पा के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में भक्त सड़कों के दोनों ओर इंतजार करते दिखे। गणेश प्रतिमाओं पर 'पुष्पवृष्टि' (फूलों की वर्षा) देखने के लिए लालबाग की श्रॉफ इमारत में भी काफी संख्या में श्रद्धालु जुटे रहे।

दक्षिण मुंबई में गिरगांव की ओर जाने वाली मुख्य सड़क पर भी भीड़ उमड़ी। इसी मार्ग से सबसे ज्यादा विसर्जन जुलूस गुजरते हैं, जिनमें फोर्ट, गिरगांव, मझगांव, भायखला, दादर, माटुंगा, सायन, चेंबूर और अन्य क्षेत्रों की गणेश प्रतिमाएं विसर्जन के लिए ले जाई जाती हैं।

बृहन्मुंबई महानगर पालिका के अनुसार, त्योहार के सातवें दिन तक 1,65,964 प्रतिमाएं कृत्रिम तालाबों और विभिन्न जलाशयों में विसर्जित की गईं। इनमें घरों तथा सार्वजनिक स्थानों पर स्थापित की गई प्रतिमाएं और देवी गौरी की मूर्तियां शामिल हैं। 

मुंबई में गणेश उत्सव के अंतिम दिन बृहस्पतिवार को भगवान गणेश की प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए निकाले जाने वाले जुलूसों के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए 19 हजार से अधिक पुलिस जवानों को तैनात किया गया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि विसर्जन के जुलूस के लिए अधिकारियों और होम गार्ड्स की तैनाती की गई है।

उत्सव के अंतिम दिन ‘अनंत चतुर्दशी’ पर घंटों तक जुलूस निकाला जाता है और इस दौरान भगवान गणेश को विदाई देने के लिए सड़कों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ती है। लोगों से अपील की गई है कि विसर्जन के दौरान समुद्र में जाने से बचें और प्रशिक्षित कर्मियों की मदद लें।

बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) ने भी लोगों से विसर्जन के दौरान अंधेरे वाली जगहों या सुनसान इलाकों से दूर रहने की अपील की है। एक अधिकारी ने बताया कि बीएमसी ने 1,337 गोताखोर तैनात किए हैं। इनमें 69 प्राकृतिक जलाशयों पर 1,035 और लगभग 200 कृत्रिम तालाबों में 302 गोताखोर तैनात किये गए हैं। साथ ही प्राकृतिक जलाशयों पर 53 मोटरबोट की व्यवस्था की गई है।

पुलिस की अपील के बाद विभिन्न मुस्लिम संगठनों और धार्मिक नेताओं ने ‘अनंत चतुर्दशी’ के मद्देनजर ईद-ए-मिलाद जुलूस बृहस्पतिवार के बजाय शुक्रवार को निकालने का फैसला किया है। एक अधिकारी ने बताया कि मुंबई में 16,250 कांस्टेबल, 2,866 अधिकारी, 45 सहायक पुलिस आयुक्त, 25 पुलिस उपायुक्त, आठ अतिरिक्त पुलिस आयुक्त और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को तैनात किया गया है।

उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त प्रदेश आरक्षित पुलिस बल (एसआरपीएफ) की 35 प्लाटून, त्वरित कार्रवाई बल की एक कंपनी, त्वरित मोचन दल (क्यूआरटी) और होम गार्ड्स के जवान यहां महत्वपूर्ण स्थानों पर तैनात रहेंगे। महानगर के गिरगांव, दादर, जुहू, मार्वे और अक्सा समुद्र तटों सहित 73 स्थानों पर घरों और सार्वजनिक पंडालों में स्थापित भगवान गणेश की प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाएगा।

तेलंगाना के हैदराबाद में नौ दिवसीय गणेश उत्सव के समापन पर बृहस्पतिवार को कड़े सुरक्षा इंतजामों के बीच जलाशयों में भगवान विनायक की प्रतिमाओं का विसर्जन किया जा रहा है। उम्मीद की जा रही है कि ‘निमाज्जनम’ (विसर्जन) के दौरान हुसैन सागर और कई अन्य झीलों तथा जलाशयों में भगवान विनायक की लगभग 90,000 प्रतिमाएं विसर्जित की जाएंगी।

हैदराबाद में हर साल गणेश चतुर्थी उत्सव का मुख्य आकर्षण शहर के मध्य भाग खैरताबाद में स्थापित की जाने वाली ऊंची प्रतिमा रहती है। इस साल यहां 63 फुट ऊंची गणपति प्रतिमा स्थापित की गई और बृहस्पतिवार को सुबह इसे विसर्जन के लिए ले जाया गया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि रचाकोंडा पुलिस कमिश्नरेट में ही इस साल 11,000 से ज्यादा गणेश प्रतिमाएं स्थापित की गईं। 

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