West Bengal assembly elections 2021: पश्चिम बंगाल में भाजपा और टीएससी में मुकाबला तेज हो गया है। दोनों दल मैदान में उतर गए हैं। एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं।
तृणमूल कांग्रेस ने विधानसभा चुनावों से पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को 'बंगाल की बेटी' बताते हुए शनिवार को 'बंगाल को चाहिए अपनी बेटी' का नारा दिया और 'स्थानीय बनाम बाहरी' के मुद्दे पर बहस को और बढ़ा दिया। इस नारे के साथ बनर्जी की फोटो वाले होर्डिंग समूचे कोलकाता में लगाए गए हैं। सत्तारूढ़ पार्टी ने ईएम बाईपास के पास स्थित अपने मुख्यालय से आधिकारिक रूप से इसकी शुरुआत की।
जिसपर बांग्ला भाषा में ‘बांग्ला निजेर मेयकेई चाई (बंगाल को चाहिए अपनी बेटी)’ लिखा है। टीएमसी के राज्यसभा सदस्य सुव्रत बख्शी ने कहा, "आगामी चुनाव तृणमूल कांग्रेस के लिए कोई बहुत बड़ी बात नहीं है। पूरा देश देख रहा है कि कैसे संविधान की रक्षा की जा सकती है और चुनाव के नतीजे इसको साबित कर देंगे।" उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने राज्य के लोगों को पिछले दस वर्षों में किए गए कार्यों का रिपोर्ट कार्ड पहले ही सौंप दिया है। बख्शी ने कहा, "किस राज्य ने इतना किया है? किसी ने नहीं।"
सुरक्षा बलों की 125 कंपनियों को तैनात करने का फैसला
तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा, ''राज्य के लोग अपनी बेटी चाहते हैं जो पिछले कई साल से मुख्यमंत्री के रूप में उनके साथ है। हम बंगाल में किसी बाहरी को नहीं लाना चाहते हैं।'' तृणमूल कांग्रेस की भाजपा के साथ तल्ख राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता चल रही है और वह पार्टी (भाजपा) के नेताओं को बाहरी कहती है जो राज्य में 'चुनावी सैर सपाटे' के लिए आए हैं।
केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की 12 कंपनियां चुनावी तैयारियों के तहत पश्चिम बंगाल पहुंच चुकी हैं। निर्वाचन आयोग ने आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर 25 फरवरी तक पश्चिम बंगाल में केंद्रीय सुरक्षा बलों की 125 कंपनियों को तैनात करने का फैसला किया है।
निर्वाचन आयोग के अनुसार दो कंपनियां रेलगाड़ी से दुर्गापुर पहुंची जबकि एक कंपनी वर्द्धमान पहुंची। उन्होंने बताया कि हावड़ा के नजदीक दानकुनी भी सुरक्षाबलों की पांच कंपनिया पहुंच चुकी हैं। वहीं, चार अन्य कंपनियां रेलगाड़ी से चितपुर इलाके स्थित कोलकाता रेलवे स्टेशन पहुंची हैं।
पीएम मोदी 22 को असम और प. बंगाल का करेंगे दौरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 फरवरी को चुनावी राज्यों असम और पश्चिम बंगाल का दौरा करेंगे, जहां वह तेल व गैस क्षेत्र के साथ रेलवे की कई परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक मोदी सोमवार को पहले असम के धेमाजी में आयोजित एक समारोह में तेल व गैस क्षेत्र की महत्वपूर्ण योजनाओं को राष्ट्र को समर्पित करेंगे और उसके बाद पश्चिम बंगाल के हुगली में कई रेल परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे।
असम में प्रधानमंत्री जिन तेल व गैस परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित करेंगे उनमें बोंगाईगांव स्थित इंडियन ऑयल की इंडमैक्स (आईएनडीएमएएक्स) इकाई, डिब्रूगढ़ के मधुबन स्थित ऑयल इंडिया लिमिटेड का सहायक टैंक फार्म और तिनसुकिया के हेबेडा गांव का गैस कंप्रेसर स्टेशन शामिल है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री धेमाजी इंजीनियरिंग कॉलेज का उद्घाटन करेंगे और सुआलकुची इंजीनियरिंग कॉलेज की अधारशिला भी रखेंगे, पश्चिम बंगाल में प्रधानमंत्री नोआपाड़ा और दक्षिणेश्वर के बीच मेट्रो की विस्तारित सेवा का उद्घाटन करेंगे और इस खंड पर हरी झंडी दिखाकर पहली ट्रेन को रवाना करेंगे।
कलाईकुंडा और झाड़ग्राम के बीच 30 किलोमीटर लंबे खंड का उद्घाटन
लगभग 4.1 किलोमीटर लंबे इस विस्तारित खंड के निर्माण पर 464 करोड़ रुपए की लागत आई है. यह पूरा खर्च केंद्र सरकार ने वहन किया है. इसके अलावा प्रधानमंत्री दक्षिण पूर्व रेलवे के 132 किलोमीटर लंबे खड़गपुर-आदित्यपुर तीसरी लाइन परियोजना के तहत कलाईकुंडा और झाड़ग्राम के बीच 30 किलोमीटर लंबे खंड का उद्घाटन करेंगे।
इस दौरान प्रधानमंत्री पूर्वी रेलवे के हावड़ा- बैंडेल-अजीमगंज खंड के तहत अजीमगंज और खारगराघाट रोड के बीच दोहरीकरण को राष्ट्र को समर्पित करेंगे. साथ ही वह डानकुनी और बारुईपाड़ा के बीच चौथी लाइन और रसूलपुर और मागरा के बीच तीसरी रेल लाइन सेवा का लोकार्पण करेंगे।
(इनपुट एजेंसी)