चैन्नई, 5 मार्चः रजनीकांत ने तमिलनाडु में फिर से अपनी राजनैतिक पारी को लेकर मुखर हुए हैं। उन्होंने सोमवार को अपने राजनीति में आने को लेकर चन्नई के एमजीआर एजुकेशनल एंड रीसर्च इंस्टीट्यूट में दिए गए व्याख्यान में दिल खोलकर बात की। उन्होंने कहा, 'जयललिता अब नहीं रहीं, करुणानिधि बीमार हैं। तमिलनाडु को एक नेता की जरूरत है। मैं आऊंगा और इस खाली हुई जगह को भर दूंगा। इस वक्त भगवान मेरी तरफ है।'
रजनीकांत तमिलनाडु के कुशल राजनीतिज्ञ व पूर्व मुख्यमंत्री एमजी रामाचंद्रन (एमजीआर) से प्रभावित हैं औ उन्हीं की तरह शासन करना चाहते हैं। रजनीकांत ने कहा, मैं जानता हूं कि राजनैतिक सफर आसान नहीं होता। यह एक ऐसा सफर होता है जहां संघर्ष होता है। लेकिन मैं बेहद शासन दे सकता हूं, जैसा कि उन्होंने (एमजीआर) आम लोगों को दिया। मुझे विश्वास है मैं भी उनके जैसा कर सकता हूं।
रजनीकांत को राजनीति में आने वाले परेशानियों का पहले ही अंदाजा है। लेकिन इसके बावजूद वह राजनीति में आएंगे। रजनीकांत के अनुसार, 'एम करुणानिधि, जी के मूपनार जैसे अन्य राजनेताओं के बेहद करीबी रहते हुए मैंने पहले ही काफी कुछ राजनीति सीख ली थी। राजनीति एक ऐसा रास्ता है, जिसमें सांप मिलेंगे, कांटे मिलेंगे और परेशानियां होंगी।'
रजनीकांत ने साथ ही अपने चाहने वालों को चेताया है, 'मुझे लगता है कि मेरे प्रशंसकों ने जो बैनर खड़े किए हैं, उनसे सार्वजनिक कार्यों में बाधा आ रही है और यह उच्च न्यायालय के आदेश का उल्लंघन हैं। मैं प्रशंसकों से अनुरोध करता हूं कि वे ऐसी गतिविधियों में शामिल न हों।'