नई दिल्ली: मलेरिया की दवा (हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन HCQ) पर भारत द्वारा बैन हटाकर बाकी देशों में निर्यात करने पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने सरकार पर निशाना साधा है। शशि थरूर ने ट्वीट कर लिखा है, ''रिपोर्ट आ रही है कि भारत सरकार द्वारा कोरोना के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाई के निर्यात के बाद देश में उसके स्टॉक में कमी आ गई है। किसी को याद है कि इन्होंने आदमी (पीएम नरेंद्र मोदी) ने कहा था कि -भारत सबसे पहले (India First)।'' अपने इस ट्वीट के साथ शशि थरूर ने इंटरनेशनल बिजनेस टाइम्स की एक खबर का लिंक शेयर किया है, खबर में दावा किया गया है कि केंद्र सरकार द्वारा राजस्थान स्टॉक में से दवाई देने को कहा गया है।
मलेरिया की दवा (हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन HCQ) को कोरोना वायरस के इलाज में कारगर माना जा रहा है। जिसकी वजह से अमेरिका, इजराइल, ब्राजिल सहित कई देशों ने भारत से हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन की मांग की थी, जिसके बाद भारत ने इस दवाई पर लगी बैन को हटाकर निर्यात शुरू किया है। मार्च में भारत ने हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन पर बैन लगाया था।
शशि थरूर ने मलेरिया की दवा मांगने को लेकर डोनाल्ड ट्रंप पर भी तंज किए थे
सांसद शशि थरूर ने ट्वीट कर डोनाल्ड ट्रंप से यह सवाल किया था कि भारत ने तो आपको दवा दे दी है, लेकिन क्या कोरोना से लड़ने के लिए अमेरिका कोई वैक्सीन बना लेगा तो सबसे पहले भारत को देगा?
राहुल गांधी के एक ट्वीट को रिट्वीट करते हुए शशि थरूर ने ये सवाल पूछते हुए देश के पीएमओ व अमेरिकी राजदूत को टैग किया था।
इससे पहले भी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद शशि थरूर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दवाइयों को लेकर जवाबी कार्रवाई वाली बात पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर कहा, "वैश्विक मामलों में दशकों के अपने अनुभव में मैंने किसी राष्ट्राध्यक्ष या सरकार को दूसरे देश की सरकार को इस तरह खुलेआम धमकी देते हुए नहीं सुना है। मिस्टर राष्ट्रपति? भारत में जो हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वाइन बनाती है वो "हमारी घरेलू आपूर्ति" के लिए है। यह आपके लिए आपूर्ति का विषय तब बनेगा जब भारत इस दवा को आपको बेचने का फैसला करता है।"