टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर भारत रत्न सचिन तेंदुलकर गुरुवार को पहली बार संसद की बहस में हिस्सा लिया। लेकिन विपक्ष के हंगामे की वजह से वह अपनी बात नहीं रख पाए। हंगामे के कारण राज्यसभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।
बता दें कि 2012 में सांसद मनोनीत होने के बाद सचिन का राज्यसभा में यह पहला भाषण था। लेकिन जैसे ही सचिन ने अपना भाषण शुरू किया विपक्ष ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के मुद्दे को लेकर जोरदार हंगामा करना शुरू कर दिया।
इसपर उप-राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने लगातार विपक्ष से अपील की, जो बोल रहा है वह भारत रत्न है, इसे पूरा देश देख रहा है कृपया करके शांत हो जाइए।
बता दें कि इससे पहले हमेशा से ही सचिन को राज्यसभा में उनकी गैर-मौजूदगी के कारण से सवाल उठते रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सचिन अपने भाषण में देश में खेल और खिलाड़ियों को लेकर स्थिति,ओलंपिक की तैयारियों और किस तरह भारतीय खिलाड़ी के दुनिया में अपना प्रदर्शन और अच्छा कर सकते है इस पर अपने विचार रखने वाले थे साथ ही जो खिलाडी देश के लिए खेलता हैं रिटायरमेंट के बाद काफी कम पैसा मिलता है, इस विषय पर भी सचिन अपने विचार रखने वाले थे।
इस मामले पर सपा की नेता जया बच्चन ने सचिन तेंदुलकर के भाषण के दौरान कांग्रेस के इस रवैये पर सवाल उठाया हैं। उनका कहना था कि जिसने देश का नाम कमाया, उसे ही आज संसद में बोलने नहीं दिया गया।