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MP Ki Taja Khabar: ज्योतिरादित्य सिंधिया का समर्थन करने वाले 6 विधायकों का इस्तीफा मंजूर, कमलनाथ ने अमित शाह को पत्र लिखकर कही ये बात

By अनुराग आनंद | Updated: March 14, 2020 20:56 IST

कांग्रेस ने अपनी पार्टी के सभी विधायकों को व्हिप जारी कर 16 मार्च से होने वाले विधानसभा बजट सत्र में मौजूद रहने के लिए कहा है।

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ठळक मुद्देमध्य प्रदेश CM कमलनाथ ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को एक पत्र में लिखा है।कमलनाथ ने पत्र में लिखा कि कृपया केंद्रीय गृह मंत्री होने के नाते अपनी शक्तियों का प्रयोग करें जिससे कांग्रेस के 22 विधायक जो बंदी बनाए गए हैं वे वापस मध्य प्रदेश सुरक्षित पहुंच सकें। 

भोपाल:मध्य प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति ने बड़ा फैसला लिया है। प्रजापति ने कांग्रेस के छह विधायकों इमरती देवी, तुलसी सिलावट, प्रद्युम्न सिंह तोमर, महेंद्र सिंह सिसोदिया, गोविंद सिंह राजपूत और प्रभु राम चौधरी का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। इससे पहले उन्हें राज्य मंत्रिमंडल से हटा दिया गया था।

बता दें कि कांग्रेस ने अपनी पार्टी के सभी विधायकों को व्हिप जारी कर 16 मार्च से होने वाले विधानसभा बजट सत्र में रहने के लिए कहा है। इसके साथ ही पार्टी के पक्ष में वोट करने के लिए भी कांग्रेस विधायकों को कहा गया है। 

Madhya Pradesh Assembly Speaker Narmada Prasad Prajapati accepts resignation of six Congress MLAs - Imarti Devi, Tulsi Silawat, Pradhuman Singh Tomar, Mahendra Singh Sisodia, Govind Singh Rajput and Prabhu Ram Chaudhary. They were earlier removed from the state Cabinet. pic.twitter.com/XQrGYJpM7L— ANI (@ANI) March 14, 2020

इसके अलावा, मध्य प्रदेश CM कमलनाथ ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को एक पत्र में लिखा है। इसमें लिखा कि  कृपया केंद्रीय गृह मंत्री होने के नाते अपनी शक्तियों का प्रयोग करें जिससे कांग्रेस के 22 विधायक जो बंदी बनाए गए हैं वे वापस मध्य प्रदेश सुरक्षित पहुंच सकें। 

Madhya Pradesh CM Kamal Nath writes to Union Home Minister Amit Shah, requesting him to 'ensure that 22 Congress MLAs who have been kept in Bengaluru, are able to reach Madhya Pradesh safely to participate in Assemby Session which starts March 16, without any fear.' pic.twitter.com/vMZ2ZBPhwL— ANI (@ANI) March 14, 2020

 

सोशल मीडिया पर जीतू पटवारी और सुरक्षाकर्मियों के भिड़ते हुए वीडियो वायरलपुलिस सूत्रों ने बताया कि मंत्री और उनके समर्थकों को थोड़ी देर के लिए हिरासत में लिया गया था। सोशल मीडिया में एक वीडियो भी जारी हुआ जिसमें पटवारी सुरक्षाकर्मियों से कथित तौर पर भिड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि पटवारी विधायकों को मनाने के लिए यहां आए थे। इस बीच कांग्रेस ने आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश के उसके दो मंत्रियों को पुलिस ने बेंगलुरु में गिरफ्तार किया है।

कांग्रेस के विधि प्रकोष्ठ के प्रमुख एवं राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा ने संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश के दो मंत्री जीतू पटवारी एवं लाखन सिंह प्रदेश के हाट पिपलिया विधासभा सीट के कांग्रेस विधायक मनोज चौधरी के पिताजी नारायाण चौधरी के साथ अपने विधायकों की तलाश में बेंगलुरू गये थे। उन्होंने आरोप लगाया कि बेंगलुरू पुलिस ने उनके दो मंत्रियों के साथ मारपीट की। 

BJP का दावा- 16 मार्च को विधानसभा में शक्ति परीक्षण कराने की मांग करेगीबहरहाल बड़ी संख्या में विधायकों के इस्तीफे से मध्य प्रदेश सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। इस बीच भाजपा ने कहा है कि वह 16 मार्च को विधानसभा में शक्ति परीक्षण कराने की मांग करेगी। इस पर कांग्रेस का कहना है कि 22 विधायकों के इस्तीफे पर निर्णय होने के बाद भी मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार शक्ति परीक्षण का सामना करने के लिए तैयार है। 

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने अचरज जताया कि ये विधायक विधानसभा अध्यक्ष से खुद मिलकर उन्हें अपना इस्तीफा क्यों नहीं सौंप रहे हैं? विधानसभा में भाजपा के मुख्य सचेतक नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि चूंकि सरकार अल्पमत में आ गई है इसलिए हम राज्यपाल से शक्ति परीक्षण कराने की मांग करेंगे। भाजपा की इस मांग के बारे में पूछे जाने पर दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘‘जैसा कि कमलनाथ (मुख्यमंत्री) पहले ही कह चुके हैं कि हम शक्ति परीक्षण के लिए तैयार हैं, लेकिन शक्ति परीक्षण के पहले विधायकों के इस्तीफे पर निर्णय होना चाहिए।’’ भाजपा पर कांग्रेस विधायकों को कब्जे में रखने का आरोप लगाते हुए सिंह ने कहा, ‘‘यह प्रजातांत्रिक व्यवस्था के खिलाफ है। वह उन्हें छोड़ें। अगर स्पीकर साहब (विधानसभा अध्यक्ष) के सामने वे अपना पक्ष खुद रखते हैं, उसके बाद जो भी निर्णय होगा, उसे हम स्वीकार करेंगें।’’ 

मध्य प्रदेश का मौजूदा गणित समझिएकांग्रेस के बागी विधायकों के त्यागपत्र से पहले प्रदेश कांग्रेस 114 विधायकों की संख्या के साथ कमजोर बहुमत पर खड़ी थी। राज्य में फिलहाल विधानसभा की कुल 228 सीटें हैं। कांग्रेस सरकार को चार निर्दलीय, बसपा के दो और सपा के एक विधायक का भी समर्थन हासिल है। प्रदेश विधानसभा में भाजपा विधायकों की संख्या 107 है। 

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