लखनऊः कानपुर जनपद के बर्रा थाना क्षेत्र से लैब टेक्नीशियन के अपहरण और फिरौती के 30 लाख रुपए दिये जाने के महीने भर बाद पुलिस ने गुरुवार रात को दावा किया कि टेक्नीशियन की अपहरण के हफ्ते भर बाद ही हत्या कर दी गई थी। अब इस मामले को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और बसपा सुप्रीमो मायावती ने यूपी की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं।
प्रियंका गांधी ने कानपुर में संजीत यादव नामक व्यक्ति की कथित तौर पर अपहरण के बाद हत्या की घटना का हवाला देते हुए ट्वीट किया, 'उप्र में कानून व्यवस्था दम तोड़ चुकी है। आम लोगों की जान लेकर अब इसकी उद्घोषणा की जा रही है। घर हो, सड़क हो, कार्यालय हो कोई भी खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करता। विक्रम जोशी के बाद अब कानपुर में अपहृत संजीत यादव की हत्या।' कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी ने आरोप लगाया, 'खबरों के मुताबिक पुलिस ने अपहरणकर्ताओं को पैसे भी दिलवाए और अब उनकी हत्या कर दी गई। एक नया गुंडाराज आया है। इस जंगलराज में कानून-व्यवस्था गुंडों के सामने समर्पण कर चुकी है।'
मायावती ने घटना पर जताया दुख
वही, बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर कहा, 'यूपी में जारी जंगलराज के दौरान एक और घटना में कानपुर में अपहरणकर्ताओं द्वारा संजीत यादव की हत्या करके शव को नदी में फेंक दिया गया जो अति-दुःखद व निन्दनीय। प्रदेश सरकार खासकर अपराध-नियंत्रण व कानून-व्यव्स्था के मामले में तुरन्त हरकत में आए, बीएसपी की यह माँग है।'
पुलिस टेक्नीशियन की खोज रही है मोटरसाइकिल
इससे पहले वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार प्रभु ने बताया कि अपराध और निगरान शाखा सहित कई पुलिस दल आगे गिरफ्तारियों और टेक्नीशियन के शव को बरामद करने के लिए लगाये गए हैं। टेक्नीशियन की मोटरसाइकिल और मोबाइल फोन का भी पता लगाने की कोशिश हो रही है जो उसके अपहरण के बाद से ही गायब हैं । कई संदिग्ध लोग इस सिलसिले में गिरफ्तार किये गये और उनसे विस्तृत पूछताछ की गयी। इनमें से दो ने अपराध करना स्वीकार किया। आरोपियों ने खुलासा किया कि एस यादव (27) का उन्होंने अपहरण किया था। वे यादव के साथ पहले किसी अन्य पैथलॉजी में कार्य करते थे। उन्होंने यादव को 26 या 27 जून को मार दिया और यादव को शव को पांडु नदी में फेंक दिया था।