नरेन्द्र मोदी के पहली बार प्रधानमंत्री बनने के बाद लोगों में अच्छे दिनों की उम्मीदें जाग गई थी, लेकिन अच्छे दिन आए नहीं, इस बार सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास लक्ष्य था, लेकिन लगता है धीरे-धीरे केन्द्र सरकार सबका विश्वास ही खोती जा रही है.
विपक्ष तो खैर राजनीतिक कारणों से पीएम मोदी सरकार पर कभी भी भरोसा नहीं करेगा, लेकिन हाल ही के विभिन्न निर्णयों के बाद, अपनों का ही विश्वास डगमगाने लगा है.
खबर है कि दिल्ली हिंसा के दौरान केन्द्र सरकार के सियासी नजरिए को लेकर वर्ष 2013 में भाजपा में शामिल हुई प्रसिद्ध अभिनेत्री सुभद्रा मुखर्जी ने बीजेपी छोड़ दी है. हालांकि, उनका कहना था कि अपने इस फैसले को लेकर काफी इंतजार करने के बाद यह कदम उठाया है.
दिल्ली हिंसा के संदर्भ में उनका कहना था कि- देखिए, दिल्ली में क्या हो रहा है. कई लोग मार दिए गए और कई घरों में आग लगा दी गई. दंगों ने लोगों को बांट दिया.
पार्टी के नेता अनुराग ठाकुर और कपिल मिश्रा के भाषणों के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं कर रहा, क्या हो रहा है? दंगों के दृश्य ने मुझे पूरी तरह से हिला दिया. मुझे लगा कि मुझे ऐसी पार्टी में नहीं होना चाहिए जो अपनी ही पार्टी के नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने में चयनात्मक हो. उन्होंने कहा वह ऐसी पार्टी से दूरी बनाना पसंद करेंगी जिसमें ठाकुर और मिश्रा जैसे लोग हों.
इस बीच, दिल्ली हिंसा को लेकर गुजरात भी चर्चा में है. कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रविशंकर प्रसाद की टिप्पणी को लेकर ट्वीट किया- कानून मंत्री ने कांग्रेस से कहा कि कृपया हमें राजधर्म न सिखाएं। हम कैसे सिखा सकते हैं मिनिस्टर? जब आपने गुजरात में वाजपेयी जी की नहीं सुनी तो आप हमारी कैसे सुनेंगे!उन्होंने कहा- सुनना, सीखना और राजधर्म का पालन, इनमें से एक भी आपके सरकार के मजबूत प्वाइंट्स नहीं है.दिल्ली हिंसा को लेकर सेलिब्रिटी भी आमने-सामने हैं. मुक्केबाज विजेंदर सिंह और प्रसिद्ध अभिनेता परेश रावल ट्विटर पर आपस में उलझ़ गए.
विजेंदर सिंह ने दिल्ली हिंसा को लेकर एक ट्वीट करते हुए कहा- पूरे देश को गुजरात बना देंगे, अब भी टाइम है!इस पर परेश रावल ने लिखा- जनाब आपको बॉक्सिंग और बकवास का फर्क समझ लेना चाहिए. तो विजेंदर ने फिर से जवाब दिया- बॉक्सिंग तो आती है सर... बकवास आजकल 2 लोगों से सिख रहा हूं!