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मोदी जी गाड़ी के चार पहिये होते है, आगे चलेगी कैसे, ड्राइवर सीट पर आप बैठे हैं, कपिल सिब्बल ने प्रधानमंत्री पर बोला हमला

By सतीश कुमार सिंह | Updated: June 13, 2020 19:55 IST

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि अभी एक पैकेज की घोषणा की और उसमें कर्ज देने की भरमार कर दी। मगर न बैंक पैसा दे रहे हैं और न कोई ले रहा है।

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ठळक मुद्देकांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि मोदी जी गाड़ी के चार पहिये होते है उनके बिना गाड़ी नहीं चलती। एक पहिया है संसद है जहां आप कभी जवाब नहीं देते।दूसरा पहिया है सरकार, वो भी अपनी मनमर्जी करती है। तीसरा पहिया है न्यायपालिका, आपकी सरकार वहां जाकर बयान देती है कि सड़क पर कोई प्रवासी नहीं है। चौ​था पहिया है चुनाव आयोग, वहां जो आप कहते हैं वो होता है। गाड़ी के चार पहिये चल नहीं रहे तो गाड़ी आगे चलेगी कैसे? ड्राइवर सीट पर आप बैठे हैं।

नई दिल्लीः कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है। पेट्रोल-डीजल के दाम में वृद्धि को लेकर कांग्रेस ने सरकार पर निशाना साधा। कांग्रेस ने कहा कि सरकार कोरोना संकट के समय भी राहत नहीं दे रही है।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि मोदी जी गाड़ी के चार पहिये होते है उनके बिना गाड़ी नहीं चलती। एक पहिया है संसद है जहां आप कभी जवाब नहीं देते। दूसरा पहिया है सरकार, वो भी अपनी मनमर्जी करती है। तीसरा पहिया है न्यायपालिका, आपकी सरकार वहां जाकर बयान देती है कि सड़क पर कोई प्रवासी नहीं है। 

चौ​था पहिया है चुनाव आयोग, वहां जो आप कहते हैं वो होता है। गाड़ी के चार पहिये चल नहीं रहे तो गाड़ी आगे चलेगी कैसे? ड्राइवर सीट पर आप बैठे हैं। न आपको पूरी तरह से जानकारी है ​कि हमारे देश की आर्थिक स्थिति किस मोड़ पर है, न आपके वित्त मंत्री को है।

कांग्रेस ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर शनिवार को आरोप लगाया कि सरकार लगातार पेट्रोलियम उत्पादों के दाम बढ़ा रही है क्योंकि उसके पास राजस्व का कोई दूसरा साधन नहीं है। पार्टी के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने यह दावा भी किया कि कोरोना संकट के समय भी भारत में पेट्रोल पर कर दुनिया में सबसे ज्यादा 69 फीसदी (बांग्लादेश के बाद) है और सरकार आम लोगों को कोई राहत नहीं दे रही है।

पेट्रोल की कीमतों में शनिवार को 59 पैसे प्रति लीटर और डीजल की कीमतों में 58 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की गई

गौरतलब है कि पेट्रोल की कीमतों में शनिवार को 59 पैसे प्रति लीटर और डीजल की कीमतों में 58 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की गई। कीमतों की समीक्षा 82 दिनों तक स्थगित रखने के बाद लगातार सातवें दिन पेट्रोल-डीजल महंगा हुआ है। सरकारी तेल विपणन कंपनियों की मूल्य अधिसूचना के मुताबिक दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 74.57 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 75.16 रुपये प्रति लीटर हो गई, वहीं डीजल के दाम 72.81 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 73.39 प्रति लीटर हो गए हैं।

सिब्बल ने वीडियो कांफ्रेस के माध्यम से वार्ता के दौरान संवाददाताओं से कहा, ‘‘मई 2014 में कच्चे तेल की कीमत 106 डॉलर प्रति बैरल थी तो देश में पेट्रोल की कीमत 71.40 रुपये प्रति लीटर थी। कच्चे तेल का दाम घटकर 38 डॉलर प्रति बैरल हो गया है लेकिन पेट्रोल की कीमत 75.14 रुपये प्रति लीटर हो गई है।’’ उन्होंने दावा किया कि सरकार अपना खजाना भर रही है, लेकिन बोझ आम लोगों पर पड़ रहा है। सिब्बल के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात का मुख्यमंत्री रहते हुए कहा था कि पेट्रोल और डीजल की कीमत में बढ़ोतरी हो रही है जिससे साफ जाहिर है कि केंद्र सरकार विफल और निकम्मी है।

उन्होंने कहा, ‘‘फरवरी, 2015 में दिल्ली विधानसभा चुनाव के समय मोदी ने कहा था कि मैं किस्मत वाला हूं और इसका जनता को फायदा हुआ है, ऐसे में किस्मत वाले को वोट दीजिए। मोदी जी से कहना चाहता हूं कि अब तो आप किस्मत वाले नहीं रहे क्योंकि जनता पर बोझ़ बढ़ रहा है। सरकार की किस्मत फूट रही है और वह जनता को लूट रही है। आप जवाब दीजिए कि ऐसा क्यों हो रहा है?’’ कांग्रेस नेता ने यह आरोप भी लगाया कि सरकार, कार्यपालिका, न्यायपालिका और चुनाव आयोग जैसे लोकतंत्र के चार महत्वूर्ण पहिए ठीक से नहीं चल रहे हैं।

उन्होंने दावा किया, ‘‘ प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री को देश की आर्थिक स्थिति के बारे में सही जानकारी नहीं है, इसलिए पेट्रोल एवं डीजल की कीमत लगातार बढ़ाई जा रही है। सरकार के पास राजस्व का कोई साधन नहीं है, इसलिए पेट्रोल और डीजल की कीमत बढ़ा रही है।’’ एक सवाल के जवाब में सिब्बल ने यह भी कहा कि मौजूदा हालत में मतभेदों को भूलकर विपक्ष को एकजुट होना चाहिए।

निराशा और असीम पीड़ा के छह साल हैं मोदी सरकार का कार्यकाल : सुरजेवाला

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला साल पूरा होने पर कटाक्ष करते हुए शनिवार को इसे भारी निराशा, आपराधिक कुप्रबंधन व असीम पीड़ा के छह साल करार दिया। उन्होंने कहा कि आज देश ऐसे मुकाम पर खड़ा है जहां आम जनता सरकार द्वारा दिए गए घावों से पीड़ित है। वह जयपुर के पास कूकस में एक निजी होटल में कांग्रेस व उसके समर्थक विधायकों की कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे।

केंद्र में मोदी सरकार का सातवां साल शुरू होने पर उन्होंने कहा, 'सातवें साल की शुरुआत में भारत एक ऐसे मुकाम पर आकर खड़ा है जहां देश के नागरिक सरकार द्वारा दिए गए अनगिनत घावों व निष्ठुर असंवेदनशीलता की पीड़ा सहने को मजबूर हैं।' सुरजेवाला ने कहा कि बीते छह साल में देश में भटकाव की राजनीति एव झूठे शोरगुल की पराकाष्ठा मोदी सरकार के कामकाज की पहचान बन गई।

उन्होंने कहा, 'दुर्भाग्यवश, भटकाव के इस आडंबर ने मोदी सरकार की राजनैतिक महत्वाकांक्षाओं को पूरा तो किया, परंतु देश को भारी सामाजिक व आर्थिक क्षति पहुंचाई।' कांग्रेस नेता ने कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को याद रखना होगा कि बढ़ चढ़ कर किए गए वादों पर खरा उतरना ही असली कसौटी है।

लेकिन ढोल नगाड़े बजाकर बड़े बड़े वादे कर सत्ता में आई यह सरकार देश को सामान्य रूप से चलाने की एक छोटी सी उम्मीद भी पूरा करने में विफल रही तथा उपलब्धि के नाम पर शून्य साबित हुई है।' अपने संबोधन में सुरजेवाला ने विकास, रोजगार व आर्थिक वृद्धि दर को लेकर मोदी सरकार पर तीखे प्रहार किए।

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार हर साल 2 करोड़ नौकरी देने के वादे के साथ सत्ता में आई लेकिन 2017-18 में भारत में पिछले 45 सालों में सबसे ज्यादा बेरोजगारी दर रही वहीं कोरोना वायरस महामारी के बाद भारत की बेरोजगारी दर अप्रत्याशित रूप से बढ़कर 27.11 प्रतिशत हुई है।

जबरन घुसपैठ करना राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए चिंताजनक विषय

उन्होंने कहा कि चीन की सेनाओं द्वारा लद्दाख में पैनगोंग लेक तथा गल्वान वैली के क्षेत्र में जबरन घुसपैठ करना राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए चिंताजनक विषय है। सुरजेवाला ने कहा, 'हम प्रधानमंत्री से कहेंगे कि वे चीनी घुसपैठ के बारे में सारी जानकारी देश से साझा करें।'

कांग्रेस नेता ने कहा कि नेपाल के साथ अकारण पैदा हुए सीमा विवाद, चीन द्वारा मालदीव में फेडू फिनोलू आईलैंड पर विस्तार करना, श्रीलंका में हम्बनटोटा बंदरगाह को चीन को संचालन के लिए लंबी अवधि के लिए देना ऐसे मुद्दे हैं जिनसे हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा सीधे प्रभावित होती है।

कार्यशाला में प्रवासी मजदूरों के संकट, लॉकडाउन, अर्थव्यवस्था की वर्तमान स्थिति, आजादी के बाद न्यूनतम जीडीपी दर, आय की असमानता, आपराधिक कुप्रबंधन, लोकतांत्रिक संस्थानों के योजनाबद्ध दमन, किसान की आय दुगुनी करने के नाम पर छल पर चर्चा हुई।

कार्यशाला में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल, राजस्थान प्रभारी श्री अविनाश पांडे, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट, सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा, राजीव सातव व मणिकम टैगोर भी मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि 19 जून को होने वाले राज्यसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस व उसके समर्थक विधायक जयपुर के बाहर एक निजी होटल व रेजार्ट में रुके हैं। 

इनपुट भाषा

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