लखनऊ: उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बीएसपी प्रमुख मायावती ने शनिवार को औरैया हादसे में मजदूरों की मौत को लेकर प्रशासन पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि अधिकारियों द्वारा सीएम के निर्देशों को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है जिसकी वजह से औरैया में एक बड़ा हादसा हुआ।
मायवती ने कहा, ' कल मुख्यमंत्री ने कहा था कि मजदूरों के भोजन, जाने और आश्रय की व्यवस्था करेंगे। दुख की बात ये है कि मुख्यमंत्री के जो दिशा-निर्देशों को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं जिसकी वजह से आज उत्तर प्रदेश के औरेया जिले में बहुत बड़ा हादसा हुआ। अगर सरकार के अधिकारी उनके खाने पीने की व्यवस्था कर देते तो वह चाय की दुकान पर जाकर चाय क्यों लेते? तो वहां से ट्रक जा रहा था और उसने मजदूरों को रौंद दिया। हादसे में लगभग 24 की मौत हो गई और कई घायल हो गए। बहुत बड़ा हादसा हुआ ये।'
उन्होंने आगे कहा, 'मैं मुख्यमंत्री से उन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करती हूं जिन्होंने अपनी जिम्मेदारियों को पूरा नहीं किया। इस दुर्घटना में मारे गए या घायल हुए लोगों के परिवारों को वित्तीय सहायता प्रदान की जानी चाहिए। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करती हूं।'
औरैया में सड़क दुर्घटना में 24 मजदूरों की मौत
उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में शनिवार सुबह ट्रक और डीसीएम वाहन की टक्कर में 24 प्रवासी मजदूरों की मौत हो गयी जबकि 36 अन्य मजदूर घायल हो गये। इनमें से 14 गंभीर रूप से घायल मजदूरों को सैफेई इटावा के पीजीआई में भर्ती कराया गया है। इन दोनों वाहनों में ज्यादातर मजदूर पश्चिम बंगाल और झारखंड के थे।
कानपुर के पुलिस महानिरीक्षक मोहित अग्रवाल ने बताया कि शनिवार सुबह एक डीसीएम मेटाडोर दिल्ली से मजदूरों को लेकर आ रही थी। इनमें से कुछ मजदूर औरैया और कानपुर देहात मार्ग पर मेटाडोर को रोककर सड़क किनारे एक चाय की दुकान पर चाय पी रहे थे। तभी राजस्थान के जयपुर से मजदूरों को लेकर आ रहे एक ट्रक ने इस मेटाडोर को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि दोनों वाहन सड़क किनारे बने गड्ढे में जा गिरे । उन्होंने बताया कि इस हादसे में 24 मजदूरों की मौत हो गयी जबकि 36 मजदूर घायल हो गये।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने लिया संज्ञान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने औरैया में घटित हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना को संज्ञान में लिया है। उन्होंने इस दुर्घटना में जान गंवाने वाले मजदूरों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। साथ ही उन्होंने कानपुर के आयुक्त और महानिरीक्षक को भी इस स्थल का दौरा करने का निर्देश दिया है।
मध्य प्रदेश: गुना में सड़क हादसे में तीन की मौतउधर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मध्य प्रदेश के गुना में एक सड़क दुर्घटना में उत्तर प्रदेश के प्रवासी कामगारों/श्रमिकों की मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया है और मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान किये जाने के निर्देश दिए हैं।
एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को मध्य प्रदेश सरकार से समन्वय कर सभी घायलों का समुचित उपचार कराने तथा मृतकों के पार्थिव शरीर उनके परिजनों तक पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए तथा हादसे में गंभीर रूप से घायल लोगों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान किये जाने के निर्देश दिए हैं।
लॉकडाउन में जगह-जगह फंसे और रोजी-रोजगार गंवाने के बाद अपने घरों को पहुंचने के लिए तरस रहे मजदूर भाजपा के लिए चिंता का सबब बन गए हैं। पार्टी को यह चिंता सता रही है कि जितनी बड़ी संख्या में मजदूर परेशान हुए हैं उससे विरोधियों को तो हमला करने का मौका मिला ही है साथ ही इससे उसकी लोकप्रियता में भी कमी आ सकती है।