कोरोना संकट: अब लॉकडाउन के बीच वर्चुअल रियलिटी के जरिए घूम सकते हैं देश-विदेश

By मनाली रस्तोगी | Published: June 5, 2020 12:14 PM2020-06-05T12:14:42+5:302020-06-05T12:14:42+5:30

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कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के कारण दुनिया के तमाम देशों में लॉकडाउन जारी है। भारत भी इनमें से एक है, जहां लॉकडाउन 30 जून तक बढ़ा दिया गया है।

ऐसी स्थिति में लोग अपने-अपने घरों में कैद हैं और घूमने का मन होने के बाद भी बाहर निकलने से डर रहे हैं। इस लिहाज से अब लोग वर्चुअल रियलिटी के साथ वर्चुअल दुनिया की सैर घर बैठे भी कर सकते हैं।

कोरोना लॉकडाउन के बीच वर्चुअल रियलिटी (वीआर) एक ऐसी तकनीक है, जिसके जरिए लोग बिना किसी टेंशन के कही और कभी भी घूम सकते हैं। (फोटो सोर्स- सोशल मीडिया)

इसके अलावा वीआर तकनीक की मदद से बेपटरी हो रही अर्थव्यवस्था को भी आगे बढ़ाने का काम किया जा सकता है। दरअसल, वीआर से न सिर्फ पर्यटन स्थलों पर भीड़ इकट्ठा होने का खतरा कम हो गया है बल्कि इससे आमदनी के स्रोत भी पूरी तरह से बंद नहीं होंगे।

वर्चुअल रियलिटी एक ऐसी 3-D तकनीक है, जिसे सॉफ्टवेर और कुछ खास हार्डवेयर के जरिए बनाया गया है। इस तकनीक के इस्तेमाल से कोई भी व्यक्ति बिना कही जाए किसी भी जगह वर्चुअली जा सकता है। (फोटो सोर्स- सोशल मीडिया)

इसकी मदद से यूजर्स वर्चुअली वास्तविक दुनिया का आनंद उठा सकते हैं। वर्चुअल रियलिटी का मतलब है कि एक सीसी चीज की संरचना करना, जो भले ही इमेजिनरी हो, लेकिन देखने में वास्तविक प्रतीत होता है। (फोटो सोर्स- सोशल मीडिया)