Mahavir Jayanti 2022: पढ़ें महावीर स्वामी के ये अनमोल विचार, जो बदल देंगे आपकी जिंदगी

By हर्ष वर्धन मिश्रा | Published: April 13, 2022 04:38 PM2022-04-13T16:38:58+5:302022-04-13T16:41:22+5:30

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महावीर जयंती चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाई जाती है. भगवान महावीर जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर का जन्म 599 ईसा पूर्व बिहार के कुंडलपुर के राज घराने में हुआ था. इस साल महावीर जयंती 14 अप्रैल, 2022 को मनाई जाएगी. यहां पढ़ें भगवान महावीर के अनमोल विचार

आपकी आत्मा से परे कोई भी शत्रु नहीं है। असली शत्रु अपने भीतर रहते हैं। वे शत्रु हैं- लालच, द्वेष, क्रोध, घमंड और आसक्ति और नफरत।

मनुष्य के दुखी होने की वजह खुद की गलतिया ही है, जो मनुष्य अपनी गलतियों पर काबू पा सकता है वहीं मनुष्य सच्चे सुख की प्राप्ति भी कर सकता है।

हमें स्वयं से लड़ने की प्रेरणा देते हैं। वे कहते हैं- स्वयं से लड़ो, बाहरी दुश्मन से क्या लड़ना? जो प्राणी स्वयं पर विजय प्राप्त कर लेगा उसे सभी सुखों की प्राप्ति होगी।अपने आप पर विजय प्राप्त करना अनेकों शत्रुओं पर विजय पाने से बेहतर है।

आत्मा अकेले आती है अकेले चली जाती है, न कोई उसका साथ देता है न कोई उसका मित्र बनता है।

आपात स्थिति में मन को डगमगाना नहीं चाहिये।

खुद पर विजय प्राप्त करना लाखों शत्रुओं पर विजय पाने से बेहतर है।

आपने कभी किसी का भला किया हो तो उसे भूल जाओ। और कभी किसी ने आपका बुरा किया हो तो उसे भूल जाओ।

अहिंसा सबसे बड़ा धर्म है अत: हमें 'जियो और जीने दो' के संदेश पर कायम रहना चाहिए।

प्रत्येक आत्मा स्वयं में सर्वज्ञ और आनंदमय है। आनंद बाहर से नहीं आता।

हर एक जीवित प्राणी के प्रति दया रखो, घृणा से विनाश होता है।