1 / 8मध्य प्रदेश में कांग्रेस को झटका पर झटका लग रहा है। मांधाता से कांग्रेस विधायक नारायण पटेल ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। वह भाजपा में जा सकते हैं। विधानसभा के अस्थाई अध्यक्ष रामेश्वर शर्मा ने इस्तीफा मंजूर कर लिया।2 / 8बुरहानपुर जिले की नेपानगर विधानसभा सीट से कांग्रेस की महिला विधायक सुमित्रा देवी कासडेकर ने विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया था। कुछ दिन पहले बड़ा मलाहरा सीट से कांग्रेस के विधायक प्रद्युम्न सिंह लोधी ने विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र दिया था।3 / 8नारायण पटेल के त्यागपत्र के साथ ही, राज्य में कुल 230 सीटों में से 27 विधानसभा सीटें अब खाली हो गयी हैं, जिसके लिए जल्द ही उपचुनाव होंगे। सूत्रों ने बताया कि लोधी, भाजपा की वरिष्ठ नेता उमा भारती के संपर्क में थे।4 / 8इस्तीफा देने के कुछ घंटों बाद ही प्रदेश सरकार ने प्रद्युम्न सिंह लोधी कैबिनेट मंत्री का दर्जा देते हुए मध्य प्रदेश राज्य नागरिक आपूर्ति निगम का अध्यक्ष नियुक्त कर दिया। 5 / 8पहले मार्च माह में 22 कांगेस के विधायक बागी हो त्यागपत्र देने के बाद भाजपा में शामिल हो गये थे। इनमें से अधिकांश सिंधिया समर्थक हैं। इसके परिणाम स्वरूप प्रदेश में 15 माह पुरानी कांग्रेस की कमलनाथ सरकार गिर गयी थी। 6 / 8इसके बाद 23 मार्च को शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रदेश में भाजपा सरकार बनी। लोधी, पटेल और सुमित्रा देवी के त्यागपत्र के बाद मध्य प्रदेश विधानसभा में कांग्रेस की ताकत घटकर 89 रह गयी है।7 / 8कुल 25 विधायकों के कांग्रेस छोड़ने तथा दो विधायकों की निधन के कारण विधानसभा में वर्तमान में 27 सीटें रिक्त हो गयी हैं और विधानसभा की प्रभावी संख्या 204 हो गयी है।8 / 8इसमें भाजपा के 107 विधायक हैं जबकि चार निर्दलीय, दो बसपा और एक सपा का विधायक हैं।