चाय बेचकर गुजारा करने को मजबूर है एशियन गेम्स मेडल विजेता, चपरासी बनने को भी है तैयार By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: September 11, 2018 12:49 PMOpen in App1 / 6एशियन गेम्स में कांस्य पदक जीतकर देश का नाम रोशन करने वाले हरीश कुमार परिवार की आर्थिक हालत ठीक नहीं है।2 / 6सरकारी मदद की आस लगाए हरीश चपरासी की नौकरी करने को भी तैयार हैं।3 / 6हरीश ने बताया कि उनके परिवार के आय का श्रोत काफी कम है।4 / 6हरीश के पिता ऑटो चलाते हैं और उनके भाई चाय की दुकान चलाते हैं। उनकी मां व बुआ लोगों के घरों काम करती हैं।5 / 6हरीश प्रैक्टिस के अलावा कभी अपने पिता का ऑटो चलाते हैं तो कभी भाई की दुकान पर चाय बेचते हैं।6 / 6हरीश ने एशियन गेम्स में सेपकटेकरॉ (वॉलीबॉल की तरह पैरों से खेला जाने वाला खेल) में ब्रॉन्ज मेडल जीता। और पढ़ें Subscribe to Notifications