1 / 12केरल बारिश और बाढ़ की भयानक त्रासदी से गुजर रहा है। रविवार को बारिश से जुड़ी घटनाओं में 13 और लोगों की मौत हो गई और इसी के साथ पिछले 10 दिनों में बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं में मरने वालों की संक्या 210 हो गई है।2 / 12दक्षिण पश्चिमी मॉनसून के कहर का सामना कर रहे केरल में मूसलाधार बारिश की वजह से विस्थापित लोगों की संख्या मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने 7.24 लाख बताई।3 / 12उन्होंने कहा कि ज्यादातर प्रभावित लोगों को बचा लिया गया है और अब सरकार का ध्यान उनके पुनर्वास पर होगा। राज्य में 29 मई को मॉनसून के आगमन के बाद से कुल मिलाकर बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं में अब तक तकरीबन 400 लोगों की मौत हुई है।4 / 12 इससे राज्य के पर्यटन उद्योग को काफी झटका लगा है। बाढ़ में हजारों एकड़ जमीन पर खड़ी फसल तबाह हो गई है और आधारभूत संरचना को भारी क्षति पहुंची है।5 / 12अगले चार दिनों तक बारिश से राहत मिलने की संभावना है लेकिन बाढ़ का खतरा अभी बना हुआ है क्योंकि डैम अभी-अभी भी खुले हुए हैं।6 / 12बारिश थमने से केरल में जन-जीवन सामान्यता की ओर बढ़ रहा है। इडुक्की से जो खबरें आ रही हैं वो सुकून देने वाली हैं। यहां एटीएम सर्विस ने काम करना शुरू कर दिया है। संचार साधन पुनः स्थापित करने के लिए कोशिश की जा रही हैं।7 / 12उप-राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने राज्यसभा में एक समीक्षा बैठक बुलाई जिसमें उपसभापति हरिवंश और अन्य कई वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल हुए। इस बैठक में तय किया गया कि राज्यसभा का सचिवालय केरल बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए अपने एक माह का वेतन दान करेगा।8 / 12केंद्रीय मंत्री केजे अल्फोंस ने बाढ़ में राहत के लिए केरल के मछुआरों के प्रयासों को रेखांकित किया। 9 / 12शिवसेना के सभी सांसद और विधायकों ने अपने एक महीने की सैलरी मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में देने का फैसला किया है।10 / 12केंद्रीय रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने रविवार को ऐसे सामानों की लिस्ट शेयर की जिन्हें केरल पहुंचाया जा रहा है। इस मिशन में एयरफोर्स के सी-17, सी-130जे, आईएल-76 और एएन-32 जैसे हैवी एयरक्राफ्ट लगे हुए हैं।11 / 12कोचि नेवल एयर स्टेशन पर कॉमर्शियल विमान आईएनएस गरुण उतारा गया। पिछले कई दिनों से बाढ़ की वजह से कोचिन इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रभावित है।12 / 12राज्य में ऊंचाई वाले इडुक्की, मलप्पुरम, त्रिशूर और एर्नाकुलम जिले बाढ़ से सर्वाधिक प्रभावित हैं। इसकी वजह से मुल्लापेरियार बांध और इडुक्की जलाशयों को खोला गया है, इसलिये अन्य जलाशय भी बाढ़ का अनुप्रवाह पैदा कर रहे हैं।