Photos: पीएम मोदी बोले- भगवान श्रीराम की अद्भुत शक्ति, हमारे मन में बसे हैं, भारत की मर्यादा...

By सतीश कुमार सिंह | Published: August 5, 2020 06:25 PM2020-08-05T18:25:03+5:302020-08-05T18:53:22+5:30

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श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के भूमिपूजन का यह अवसर, गौरव का है, आह्लाद का है, संतोष का है, सत्यजीत करुणा का है। हम भाग्यशाली हैं कि प्रभु श्रीराम ने हमें इस ऐतिहासिक घटना के साक्षी होने का सकल आशीष प्रदान किया। जय सिया राम! आज श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के भूमिपूजन एवं कार्यारंभ के पावन कार्यक्रम में पधारे आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने स्मृति-चिन्ह स्वरूप, प्रभु श्रीराम की प्रतिमा भेंट की।

मर्यादा के प्रतिमान, पुरुषोत्तम, श्रीअवधपुरी के प्राणप्रिय राजा श्रीराम के दिव्य मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने हेतु आदरणीय प्रधानमंत्री श्री जी के प्रति आभार। भाव-विभोर करने वाले इस ऐतिहासिक अवसर पर प्रत्येक देशवासी का मन आह्लादित है, हर्षित और मुदित है।

श्री राम मंदिर की आधारशिला रखना, एक नवीन युग के प्रारंभ का सुअवसर है। यह नया युग लोककल्याण हेतु तपोमयी सेवा का है। यह युग रामराज्य का है। यह युग प्रभु श्री राम के आदर्शों के अनुरूप नए भारत के निर्माण का है। जय श्री राम!

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह भव्य मंदिर के निर्माण का शुभारंभ है। अयोध्या में पर्यटन की संभावनाएं हैं। संकीर्ण दृष्टि के चलते राम मंदिर बनने में देरी हुई। हमने भगवान राम के नाम पर राजनीति नहीं की। हमारे लिए आज का गौरवपूर्ण दिन है। 

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राम जन्मभूमि पर श्री राम के भव्य मंदिर निर्माण के लिए प्रधानमंत्री जी का अयोध्या में आगमन हुआ। मैं इसके लिए प्रदेशवासियों की तरफ से आभार व्यक्त करता हूं। ये मंदिर न केवल श्री राम की यश और कीर्ति का प्रतिक बनेगा, अपितु दुनिया में भारत की यश और कीर्ति का प्रतिक भी बनेगा।

श्री राम जन्मभूमि शिलान्यास के समय केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने नागपुर में अपने घर पर परिवार के साथ भगवान श्री राम की पूजा की। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि आज पूरा देश और विश्व के अनेक लोग आज बहुत खुश हैं, क्योंकि 500 साल से जो विवाद चल रहा था वो शांतिपूर्ण ढंग से कैसे समाप्त किया जा सकता है, इसका उदाहरण आज भारत ने पेश किया है। श्री राम के भव्य मंदिर का शिलान्यास आज हुआ है। 

मुझे विश्वास है, हम सब आगे बढ़ेंगे, देश आगे बढ़ेगा। भगवान राम का ये मंदिर युगों-युगों तक मानवता को प्रेरणा देता रहेगा, मार्गदर्शन करता रहेगा। प्रभु श्रीराम ने हमें कर्तव्यपालन की सीख दी है, अपने कर्तव्यों को कैसे निभाएं इसकी सीख दी है, उन्होंने हमें विरोध से निकलकर, बोध और शोध का मार्ग दिखाया है, हमें आपसी प्रेम और भाईचारे के जोड़ से राममंदिर की इन शिलाओं को जोड़ना है।

श्रीराम की नीति है- “भय बिनु होइ न प्रीति”। हमारा देश जितना ताकतवर होगा, उतनी ही प्रीति और शांति भी बनी रहेगी। यही नीति और रीति सदियों से भारत का मार्गदर्शन करती रही है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने इन्हीं सूत्रों और मंत्रों के आलोक में रामराज्य का सपना देखा था। ​​​​​​​

जब-जब मानवता ने राम को माना है विकास हुआ है, जब जब हम भटके हैं विनाश के रास्ते खुले हैं। हमें सबके साथ से, सबके विश्वास से, सबका विकास करना है। अपने परिश्रम, अपनी संकल्पशक्ति से एक आत्मविश्वासी और आत्मनिर्भर भारत का निर्माण करना है।

''श्रीराम के नाम की तरह ही अयोध्या में बनने वाला ये भव्य राममंदिर भारतीय संस्कृति की समृद्ध विरासत का द्योतक होगा। हमें ये सुनिश्चित करना है कि भगवान श्रीराम का संदेश, राममंदिर का संदेश, हमारी हजारों वर्षों की परंपरा का संदेश, कैसे पूरे विश्व तक निरंतर पहुंचता रहे।'

भगवान श्रीराम की अद्भुत शक्ति देखिए। इमारतें नष्ट हो गईं, अस्तित्व मिटाने का प्रयास भी बहुत हुआ, लेकिन श्री राम आज भी हमारे मन में बसे हैं, हमारी संस्कृति का आधार हैं। श्रीराम भारत की मर्यादा हैं, श्रीराम मर्यादा पुरुषोत्तम हैं।

श्रीराम का मंदिर हमारी संस्कृति का आधुनिक प्रतीक बनेगा। हमारी शाश्वत आस्था का प्रतीक बनेगा, राष्ट्रीय भावना का प्रतीक बनेगा। ये मंदिर करोड़ों लोगों की सामूहिक शक्ति का भी प्रतीक बनेगा। मंदिर के निर्माण की ये प्रक्रिया, राष्ट्र को जोड़ने का उपक्रम है: पीएम मोदी

भारत आज भगवान भास्कर के सानिध्य में सरयू के किनारे एक स्वर्णिम अध्याय रच रहा है। आज पूरा भारत, राममय है। आज पूरा देश रोमांचित है, हर मन दीपमय है। आज पूरा भारत भावुक है। सदियों का इंतजार आज समाप्त हो रहा है: पीएम मोदी