1 / 10 गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प के बाद देश में चीन विरोधी माहौल तेजी से उभरा है। इसका असर अब बाजार में भी नजर आने लगा है। कुछ दुकानकारों के चीनी कंपनियों वाले मोबाइल शो रूम के नाम ढकने की तस्वीरें आई हैं। (फोटो-एएफपी)2 / 10भारत के बाजार में चीन के मोबाइल की अच्छी-खासी बिक्री होती है। लॉकडाउन के बाद हालांकि अब तस्वीर कुछ बदली-बदली नजर आ रही है। (फोटो-एएफपी)3 / 10देश में पिछले करीब एक हफ्ते में चीन के प्रोडक्ट्स का विरोध तेजी से बढ़ा है। कई लोग इसके लिए सड़कों पर भी उतरे तो वहीं, सोशल मीडिया पर भी इसे लेकर कैंपेन देखा जा रहा है। (फोटो-एएफपी)4 / 10हाल में कई संगठनों ने चीन से बने मोबाइस, टीवी आदि को तोड़कर अपना विरोध जाहिर किया है। इसका असर भी दिखने लगा है। (फोटो-एएफपी)5 / 10यहां तक कि दिल्ली और मथुरा, वृंदावन के छोटे एवं किफायती दरों पर सेवा देने वाले होटलों, रेस्तराओं और गेस्ट हाउसों ने चीन के सामानों का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। उन्होंने चीन के साथ जारी सीमा विवाद के बीच उसके (चीन के) नागरिकों को कमरा नहीं देने का भी फैसला किया है। (फोटो-एएफपी) 6 / 10कई जगहों पर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंक के पोस्टर और पुतले भी जलाए गए हैं। ऐसे हालात तब है जब पीएम नरेंद्र मोदी पूर्व में दोस्ती का हाथ चीन की ओर फैलाते रहे हैं। (फोटो-एएफपी)7 / 10बता दें कि गलवान घाटी में हिंसक झड़प से भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे। वहीं चीन की ओर से अपने हताहत सैनिकों की संख्या के बारे में अब तक खुलासा नहीं किया गया है। (फोटो-एएफपी)8 / 10भारत और चीन के बीच इस हिंसक झड़प के बाद सीमा पर भी माहौल काफी तनावपूर्ण बन गया था। हालांकि, फिलहाल इसमें कुछ नरमी आई है। (फोटो-एएफपी)9 / 10हाल में भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे दो दिन के लिए लद्दाख के दौरे पर भी गये थे और सैन्य कमांडरों के साथ चर्चा की और उनका हौसला बढ़ाया। उन्होंने भारत की संपूर्ण सैन्य तैयारी का जायजा भी लिया था। (फोटो-एएफपी)10 / 10इन सबके बीच चीन की हरकत जारी है। उसने हाल में फिर से एलएसी के पास सैनिकों की संख्या बढ़ाई है और हिंसक झड़प वाली जगह पर साजोसामान बढाने की कोशिश करता दिखा। (फोटो-एएफपी)