भारत-चीन सीमा पर तनावः शहीदों को सलाम, देश दे रहा आखिरी विदाई, see pics

By सतीश कुमार सिंह | Published: June 18, 2020 02:55 PM2020-06-18T14:55:49+5:302020-06-18T14:55:49+5:30

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पूर्वी लद्दाख में सोमवार रात गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में भारतीय सेना के एक कर्नल सहित 20 सैनिक शहीद हो गए। पिछले पांच दशक से भी ज्यादा समय में सबसे बड़े सैन्य टकराव के कारण क्षेत्र में सीमा पर पहले से जारी गतिरोध और भड़क गया।

वर्ष 1967 में नाथू ला में झड़प के बाद दोनों सेनाओं के बीच यह सबसे बड़ा टकराव है। उस वक्त टकराव में भारत के 80 सैनिक शहीद हुए थे और 300 से ज्यादा चीनी सैन्यकर्मी मारे गए थे। इस क्षेत्र में दोनों तरफ नुकसान ऐसे वक्त हुआ है, जब सरकार का ध्यान कोविड-19 संकट से निपटने पर लगा हुआ है।

तेलंगाना के वीर सपूत कर्नल बिकुमल्ला संतोष बाबू को राष्ट्र की सेवा में सर्वोच्च बलिदान देने के लिए भारतीय सेना ने श्रद्धांजलि अर्पित की। सेना की दक्षिण कमान के प्रमुख और सभी रैंक की ओर से लेफ्टिनेंट जनरल टीसीए नारायणन ने शहीद के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित किया।

कर्नल बाबू के पार्थिव शरीर को एम्बुलेंस से उनके गृह नगर सूर्यापेट ले जाया गया। कर्नल बाबू का अंतिम संस्कार बृहस्पतिवार को किया जाएगा। हाथ में तिरंगा झंडा लिए लोगों ने एम्बुलेंस के मार्ग में फूल बरसाए। तेलंगाना में कई स्थानों पर लोगों और राजनीतिक दलों के सदस्यों ने शहीद कर्नल को श्रद्धांजलि दी। 

महानायक अमिताभ बच्चन, सुपर स्टार सलमान खान, अक्षय कुमार, अजय देवगन, अनुष्का शर्मा और अन्य बॉलीवुड हस्तियों ने पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में भारतीय सैन्यकर्मियों के शहीद होने पर गहरा दुख व्यक्त किया है।

हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर के करोहटा गांव का रहने वाले जवान अंकुश ठाकुर शहीद हो गए। निधन की खबर से पूरे गांव में उदासी छा गई है। भोरंज उपखंड के करोहटा गांव का 21 वर्षीय अंकुश 2018 में ही पंजाब रेजिमेंट में शामिल हुए थे। उसके पिता और दादा भी भारतीय सेना में अपनी सेवाएं दे चुके हैं।

पूरा देश इनके बलिदान पर रो रहा है। सभी ने चीन के समान का बहिष्कार कर दिया है।

अमिताभ बच्चन ने ट्विटर पर कवि प्रदीप द्वारा रचित “ऐ मेरे वतन के लोगों” पंक्तियां लिखकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने लिखा, “ज़रा आंख में भर लो पानी, जो शहीद हुए हैं उनकी, ज़रा याद करो कुर्बानी...’ उन्होंने देश की रक्षा और हमें सुरक्षित रखने के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया।