30 साल की उम्र के बाद ये 5 हेल्थ टेस्ट कराना न भूलें, सेहत के लिए हैं बेहद जरूरी, कई बीमारियों से होगा बचाव
By संदीप दाहिमा | Updated: October 5, 2021 20:32 IST2021-10-05T20:27:00+5:302021-10-05T20:32:38+5:30

कम्पलीट ब्लड काउंट (CBC) - यह टेस्ट एनीमिया, संक्रमण, कुछ प्रकार के कैंसर, और इसी तरह के निदान के लिए किया जाता है। यह भारतीय महिलाओं के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि वो आयरन की कमी वाले एनीमिया रोग से पीड़ित हैं। यदि सीबीसी ठीक है, तो इसे वर्ष में एक बार दोहराया जा सकता है।

ब्लड प्रेशर टेस्ट- ब्लड प्रेशर की 120/80 से नीचे एक रीडिंग आदर्श है। अगर रेंज नॉर्मल है, तो आप यह टेस्ट एक साल बाद भी करा सकते हैं।

ब्लड शुगर टेस्ट - यह टेस्ट 12 घंटे के उपवास की अवधि के बाद डायबिटीज का पता लगाने में मदद करता है। 99 की रीडिंग सामान्य है, 100 और 110 के बीच प्री-डायबिटीज इंगित करता है और 110 से अधिक डायबिटीज दर्शाता है।

लिपिड प्रोफाइल- यह टेस्ट दिल के स्वास्थ्य का एक सटीक संकेतक माना जाता है। यह रक्त परीक्षण कुल कोलेस्ट्रॉल, ट्राइग्लिसराइड्स, एचडीएल और एलडीएल स्तरों को मापता है। एलडीएल और ट्राइग्लिसराइड्स आदर्श रूप से <130 और HDL>60 होना चाहिए। नॉर्मल रेंज वाले लोग 2 साल में एक बार परीक्षण करा सकते हैं।

ईसीजी टेस्ट 35 वर्ष की आयु के बाद इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (ईसीजी) टेस्ट जरूरी है, जो हृदय रोग के जोखिम की जाँच करता है। यदि रिपोर्ट सामान्य है, तो इसे सालाना दोहराया जा सकता है।

















