सड़कों पर दौड़ती पीली एम्बेसडर कारें, नक्काशीदार घरों के बाहर सूखते रंग-बिरंगे कपड़े और घर में बन रही स्वादिष्ट मछली की खूशबू... कुछ ऐसा है हुबली नदी के हावड़ा ब्रिज पर दौड़ता शहर कोलकाता। सिर्फ इतिहास ही नहीं वर्तमान में भी इस शहर ने पर्यटकों के दिल में अपनी अलग जगह बनाई है। शाही अंदाज का ये शहर सिर्फ अपनी इमारतों के लिए ही नहीं बल्कि अपने रंग-बिरंगे खान-पान के लिए भी जाना जाता है। स्टेशन से उतरते ही ये शहर और यहां का स्ट्रीट फूड आपको अपनी ओर खींच लेते हैं। आज हम आपको विक्टोरिया महल वाले इस शहर के ऐसे ही कुछ दमदार स्ट्रीट फूड के बारे में बता रहे हैं जो शायद ही आपको किसी और जगह मिलें।
लूची आलू दोम
लूची, पूरी की तरह ही होती है जबकि आलू दोम, दम आलू का बंगाली संस्करण है। स्थानीय लोगों और पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय यह व्यंजन अपने अंदर बंगाल की खूशबू समेटे हुए है। प्रमाणित लूची का स्वाद चखने के लिए सेंट्रल बिजनेस डिस्ट्रिक्ट ‘फेयरलाई पैलेस’ जाएं। यहां शहर की सबसे अच्छी लूची मिलती है। इसके अलावा स्वादिष्ट लूची के लिए आप गोलपार्क कोशे कोशा भी जा सकते हैं। वहीं बालीगंज में लूची के कई अनौपचारिक ठिकाने भी हैं जहां लजीज लूची मिलती है।
दूध कोला
भारत की सांस्कृतिक राजधानी अपनी विविधता से आपको हैरान कर देगी। सामान्य कोला और दोई के अलावा यहां एक और पेय है जो पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय है वो है दूध कोला। यह कुछ खास नहीं बल्कि दूध में कोला को मिलाकर बनाया जाता है। इस तरह का दूध कोला आपको एसपी मुखर्जी रोड की दुकनों पर मिल सकता है। इसके अनोखे स्वाद के लिए इसे जरुर आजमाएं।
असली फल की कुल्फी
हालांकि कुल्फी आपको हर जगह मिल जाएगी जिसे बच्चे और बड़े दोनों समान रुप से पसंद करते हैं लेकिन कोलकाता की कुल्फियों में कुछ अलग बात है। ये डिब्बाबंद नहीं बल्कि असली फलों से बनाई जाती है। केमेक स्ट्रीट पर वर्धान मार्केट के सामने ऑरेंज कुल्फी का स्वाद जरूर चखें। ये कुल्फी को असली संतरे के अंदर जमाते हैं। इसे चार हिस्सों में काटकर ग्राहकों को खाने के लिए दिया जाता है जिससे कुल्फी में फल का असली स्वाद आ जाता है।
घोटी गोरोम या बादाम माखा
कोलकाता की संकरी गलियों में घूमते समय घोटी गोरोम या बादाम माखा एक बेहतरीन व्यंजन है जो स्थानीय लोगों के साथ यह पर्यटकों के बीच भी लोकप्रिय है। इसे मूंगफली या बादाम माखा दोनों के इस्तेमाल से बनाया जाता है। इसमें कटी हुई प्याज, हरी मिर्च, मटर, मूंगफली और मसाला होता है। बच्चों को यह हल्का खाना अच्छा लगता है और बड़े इसके स्वाद के दीवाने हैं। यह उत्कृष्ट स्ट्रीट फूड कोलकाता की तकरीबन हर गली किनारे मिलता है। जब कोलकाता जाएं तो इसका स्वाद चखना न भूलें।
आलू काबली
आलू काबली यहां का प्रसिद्ध स्ट्रीट फूड है जिसे कॉलेज और ऑफिस जाने वाले बड़े चाव से खाते हैं। इसके अलावा पर्यटकों को भी यह काफी पसंद है। जब कोलकाता जाएंगे तो आपको खोमचे वाले आलू का बना यह व्यंजन बेचते नजर आएंगे। इसे तैयार करने के लिए उबले हुए आलू के टुकड़ों पर भुनी हुई मटर, कटी हुई प्याज, टमाटर, धनिया, इमली की चटनी, कटी हुई हरी मिर्च डाली जाती है। यह गर्म और मसालेदार स्नैक्स यहां काफी पसंद किया जाता है।
फिश कटलेट और एग डेविल
मटन, चिकन या मछली के कीमे से बने कटलेट की दुकानें कोलकाता के अधिकतर गली किनारे आपको मिल जाएंगी। एग डेविल इस शहर का खास व्यंजन है। डीमर डेविल, डेवल एग का स्थानीय संस्करण है। जिसमें अंडे की जर्दी की जगह चिकन, मटन, मछली या आलू का कीमा डाला जाता है। इसे कसोंदी के साथ परोसा जाता है जो बंगाल की खास सरसों की चटनी है। इसे सरसों को किण्वित करके और कभी-कभी ज्यादा स्वाद देने के लिए इसमें कच्चे आम का जूस भी मिलाया जाता है।
तेलेभाजा
तेलेभाजा का मतलब होता है डीप फ्राई नाश्ता, जिसमें बैंगन से लेकर तली हुई मछली, अंडा चाप, मटन चाप तक सब कुछ शामिल होता है। प्याज के छल्ले, आलू, बैंगन के टुकड़े, बॉम्बे डक (एक प्रकार की मछली) पर मक्के के आटे या बेसन की परत चढ़ाई जाने के बाद उसे तला जाता है। यह एकदम करारा और स्वादिष्ट स्ट्रीट फूड है। बेडन स्ट्रीट पर काशीरमार तेलेभाजा और हरीश चटर्जी स्ट्रीट पर नरेन्द्रार डोकन अपने बैगनी, फुलुरी, डोकला या पेयाजी के लिए काफी प्रसिद्ध है। तेलेभाजा के लिए गरीघाट और फेयरली पैलेस दूसरे प्रसिद्ध स्थान है।