Holi 2020: रंगों से होने वाले दुष्प्रभाव से बचने के लिए करें ये 5 काम, नहीं तो त्वचा, बाल और आंखों को हो सकता है नुकसान, देखें तस्वीरें

By संदीप दाहिमा | Published: March 2, 2020 07:22 AM2020-03-02T07:22:12+5:302020-03-02T07:22:12+5:30

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होली खेलते समय अक्सर होश नहीं रहता कि बालों में रंग लग रहा है या चेहरे पर। होली की हुड़दंगई में लोग बस कलर लगाने की होड़ में रहते हैं। इसी हानिकारक रंग से अपने बालों को बचाने के लिए जरूरी है आप तैयारी कर लें। होली से एक रात पहले आंवले के पानी से बाल धुलें। साथ ही होली खेलने से पहले बालों में बादाम या जैतून का तेल लगा लें। इससे बाद में बालों को धोने से रंग छूट जाते हैं।

आज कल के रंगों में केमिकल मिला होता है। जो आपकी स्किन को बहुत नुकसान पहुंचाता है। इन रंगों से स्किन में चकत्ते पड़ जाते हैं। इससे बचने के लिए रंगों के संपर्क में आने से पहले माइश्‍चराइजर लगा लेंगे तो कुछ हद तक इससे बचाव संभव होगा।

आंखें बॉडी का सबसे सेंसटिव हिस्सा होती हैं। होली के रंगों से इन्हें बिल्कुल दूर रखें। आंखों में हानिकारक रंगों के दुष्प्रभाव से जलन, खुजली व पानी आता है और आंख लाल हो जाती है, कार्निया में अल्सर तक पड़ जाता है, आंखों की रोशनी भी जा सकती है। इसलिए आखों के लिए गॉग्ल्स खरीद लें। अगर नहीं तो आंखों का विश्ष ध्यान जरूर रखें।

चेहरे की स्किन भी सबसे सेंसटिव होती है। इसलिए चेहरे पर कोई भी रंग लगाए तो उसे फौरन ना करें। इससे आपके स्किन को नुकसान पहुंचता है। शरीर के अन्‍य जगह की त्‍वचा की तुलना में चेहरे की त्‍वचा नाजुक होती है, इसलिए मुंह पर यदि कोई रंग मलता हो तो उसे मना कर दें।

बच्‍चों की स्किन भी नाजुक होती है। ऐसे में बच्‍चों को होली के हानिकारक रंगों से बचाना जरूरी है। बच्‍चों को हमेशा प्राकृतिक रंग दें। साथ ही कोशिश करें कि बच्चा भीगे नहीं। इससे उनकी तबियत भी बिगड़ रही है। बच्‍चों को ईको फ्रेंडली होली के बारे में समझाइए। बच्‍चों को बताइए जिससे कि वे केमिकल रंग से दूर रहें और ज्‍यादा हुड़दंग न करें।