1 / 5स्थानीय शेयर बाजारों में मंगलवार को तेजी लौटी और बीएसई सेंसेक्स 122 अंक के लाभ में रहा। वैश्विक स्तर पर सकारात्मक रुख के बीच सूचकांक में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज में लिवाली से बाजार में तेजी आई। कारोबार के दौरान दोनों मानक सूचकांक...सेंसेक्स और निफ्टी...रिकॉर्ड स्तर पर चले गये थे। उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 122.10 अंक यानी 0.17 प्रतिशत की बढ़त के साथ 71,437.19 अंक पर बंद हुआ।2 / 5कारोबार के दौरान एक समय यह 308.62 अंक चढ़कर अपने अबतक के उच्चतम स्तर 71,623.71 अंक पर पहुंच गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी कारोबार के दौरान 86.4 अंक यानी 0.40 प्रतिशत की बढ़त के साथ रिकॉर्ड 21,505.05 अंक तक पहुंचा। हालांकि, अंत में यह 34.45 अंक यानी 0.16 प्रतिशत की तेजी के साथ 21,453.10 अंक पर बंद हुआ।3 / 5दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों (एफएमसीजी), तेल एवं गैस, बिजली तथा चुनिंदा बैंक शेयरों में लिवाली से तेजी को समर्थन मिला। हालांकि, आईटी और वाहन शेयरों में नुकसान से बढ़त पर अंकुश लगा। सेंसेक्स की कंपनियों में नेस्ले सबसे ज्यादा 4.66 प्रतिशत के लाभ में रही। इसके अलावा एनटीपीसी (2.16 प्रतिशत), रिलायंस इंडस्ट्रीज (1.53 प्रतिशत), भारतीय स्टेट बैंक (1.04 प्रतिशत) और हिंदुस्तान यूनिलीवर (1.03 प्रतिशत) में तेजी रही। आईटीसी, पावर ग्रिड और बजाज फाइनेंस के शेयर भी बढ़त के साथ बंद हुए। 4 / 5दूसरी तरफ नुकसान में रहने वाले शेयरों में विप्रो, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, टाटा स्टील, बजाज फिनसर्व और मारुति शामिल हैं। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘बाजार में उम्मीद बनी हुई है। लेकिन बढ़त पर जो बढ़त जारी थी, उसमें कमी आई है। निवेशक यूरो क्षेत्र में मुद्रास्फीति के आंकड़े जारी होने से पहले सतर्क हैं। महंगाई दर में मामूली कमी आई है।’’ अधिक शेयरों का प्रतिनिधित्व करने वाला बीएसई मिडकैप 0.31 प्रतिशत नीचे आया जबकि स्मॉलकैप 0.10 प्रतिशत मजबूत हुआ।5 / 5एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की और चीन का शंघाई कम्पोजिट बढ़त में जबकि हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहा। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में तेजी का रुख रहा। अमेरिकी बाजार सोमवार को बढ़त में रहे थे। वैश्विक स्तर पर तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.30 प्रतिशत की गिरावट के साथ 77.72 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने लगातार लिवाली के बाद सोमवार को 33.51 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे। तीन दिन की तेजी के बाद सेंसेक्स सोमवार को 168.66 अंक और निफ्टी 38 अंक नुकसान में रहे थे।