Gold Price Today: सोने की कीमत में 1200 रुपये की गिरावट, चांदी भी सस्ती, जानें आज का सोने का भाव

By संदीप दाहिमा | Updated: June 17, 2025 21:09 IST2025-06-17T21:08:12+5:302025-06-17T21:09:58+5:30

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कमजोर वैश्विक रुझानों के बीच आभूषण विक्रेताओं और स्टॉकिस्टों की लगातार बिकवाली के कारण मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में सोने की कीमत 1,200 रुपये टूटकर 1,00,170 रुपये प्रति 10 ग्राम पर रही। अखिल भारतीय सर्राफा संघ ने यह जानकारी दी है। पिछले कारोबारी सत्र में 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 1,01,370 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 1,100 रुपये घटकर 99,450 रुपये प्रति 10 ग्राम (सभी करों सहित) पर आ गया।

सोमवार को यह 1,00,550 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) सौमिल गांधी ने कहा, ‘‘मंगलवार को सोने में और गिरावट आई, क्योंकि व्यापारियों ने इजराइल और ईरान के बीच पूर्ण रूप से क्षेत्रीय युद्ध की संभावना का पुनर्मूल्यांकन किया। यह बदलाव उन रिपोर्टों के बाद आया है, जो बताती हैं कि ईरान, इजराइल के साथ अपने बढ़ते संघर्ष के समाधान के लिए सक्रिय रूप से कूटनीतिक समाधान की कोशिश कर रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘नाजुक युद्धविराम की संभावना ने सोने के व्यापारियों के बीच सुस्ती की धारणा को बढ़ावा दिया है।’’

हालांकि, मंगलवार को चांदी की कीमतें 100 रुपये बढ़कर 1,07,200 रुपये प्रति किलोग्राम (सभी करों सहित) हो गईं। पिछले कारोबारी सत्र में चांदी 1,07,100 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। वैश्विक स्तर पर, हाजिर सोना गिरावट के साथ 3,380.65 डॉलर प्रति औंस पर रहा।

मेहता इक्विटीज के कमोडिटीज के उपाध्यक्ष राहुल कलंत्री ने कहा, ‘‘पश्चिम एशिया में संघर्ष बढ़ने के बावजूद सोना नकारात्मक कारोबार कर रहा है और निवेशकों द्वारा उच्च स्तर पर इस कीमती धातु में मुनाफावसूली होती देखी गई।’’ इस बीच, अंतरराष्ट्रीय बाजारों में हाजिर चांदी का भाव 0.44 प्रतिशत बढ़कर 36.47 डॉलर प्रति औंस हो गई। कलंत्री ने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति बैठक से पहले चांदी की कीमतें भी दिन के उच्च स्तर से नीचे आ गई हैं।

हालांकि, वैश्विक अनिश्चितता और तनाव कीमती धातुओं की कीमतों को सहारा दे सकते हैं। अबान्स फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य कार्यपालक अधिकारी चिंतन मेहता ने कहा, ‘‘आर्थिक मोर्चे पर, निवेशकों की अमेरिकी अर्थव्यवस्था की मजबूती का अंदाजा लगाने के लिए मई की खुदरा बिक्री और औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ों सहित अमेरिकी वृहद आर्थिक आंकड़ों पर नजर होगी।’’