विश्व कप जीतने का सपना संजोये लियोनेल मेस्सी ने अपने आखिरी टूर्नामेंट में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और क्रोएशिया को 3 . 0 से हराकर अर्जेंटीना फुटबॉल के इस महासमर के आखिरी तिलिस्म पर पहुंच गई जहां उसका सामना फ्रांस या मोरक्को से होगा। पहले मैच में सउदी अरब से अप्रत्याशित हार के बाद अर्जेंटीना ने जो वापसी की, वह किसी परीकथा से कम नहीं है। मैच से पहले मेस्सी झुके और अपनी बायीं हैमस्ट्रिंग को कसकर पकड़ते नजर आये जिससे फुटबॉल जगत और खासकर अर्जेंटीना के प्रशंसकों में दहशत फैल गई। क्या फुटबॉल का यह सुपरस्टार सेमीफाइनल बीच में ही छोड़ देगा, यही सवाल सभी के जेहन में कौंध गया । लेकिन क्रोएशिया की किस्मत इतनी अच्छी नहीं थी । मेस्सी न सिर्फ खेले बल्कि विश्व कप में रिकॉर्ड 25वें मैच में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया । उन्होंने एक पेनल्टी पर गोल दागा और जूलियन अलवारेज के दो गोल में सूत्रधार की भूमिका निभाई ।
मेसी के पास अब खिताब के साथ फुटबॉल को अलविदा कहने का सुनहरा मौका है। 35 वर्ष की उम्र में जिस तरह फुर्ती और कलात्मकता के साथ मेस्सी ने 69वें मिनट में अलवारेज को दूसरे गोल के लिये गेंद सौंपी, वह उनके आत्मविश्वास और हुनर की कहानी कहता है। अब तक इस विश्व कप में छह मैचों में वह खुद पांच गोल कर चुके हैं।
अर्जेंटिना के फाइनल में पहुंचते ही रो पड़े कोच स्कालोनी
अर्जेंटीना के कोच लियोनेल स्कालोनी मैच के बाद अपने आंसू नहीं रोक सके। उन्होंने कहा, 'मैं फख्र महसूस करता हूं कि उसका कोच हूं और उसे खेलते देखा। उससे दूसरे खिलाड़ियों, प्रशंसकों और पूरी दुनिया को प्रेरणा मिलती है।' क्रोएशिया का लगातार दूसरी बार फाइनल में पहुंचने का सपना टूट गया जिसने 34वें मिनट से पांच मिनट के भीतर दो गोल गंवाये। पहले मेस्सी ने पेनल्टी को तब्दील किया और फिर अलवारेज ने दूसरा गोल दागा।
नॉकआउट चरण में जापान और ब्राजील को पेनल्टी शूटआउट में हराने वाली क्रोएशिया के स्टार मिडफील्डर 37 वर्ष के लुका मोडरिच का भी यह आखिरी विश्व कप मैच रहा। उनकी जगह 81वें मिनट में दूसरे खिलाड़ी को उतारा गया।
क्रोएशिया के कोच ने मेसी के बारे में क्या कहा?
क्रोएशिया के कोच ज्लात्को डालिच ने कहा, 'पहला गोल मैच को दूसरी दिशा में ले गया। यह वही मेस्सी है जिसे सभी देखना चाहते हैं।'
अर्जेंटीना ने विश्व कप सेमीफाइनल नहीं हारने का अपना रिकॉर्ड कायम रखा
अर्जेंटीना ने विश्व कप सेमीफाइनल नहीं हारने का अपना रिकॉर्ड कायम रखा और छठी बार फाइनल में पहुंची। मेस्सी के नाम अर्जेटीना के लिये विश्व कप में सर्वाधिक 11 गोल हो गए हैं। उन्होंने गैब्रियल बतिस्तुता का रिकॉर्ड तोड़ा। बतिस्तुता के नाम वर्ल्ड कप में 10 गोल हैं जबकि मेसी के 11 हो चुके हैं। दिवंगत डिएगो मारडोना के नाम वर्ल्ड कप में 8 गोल हैं।
जर्मनी के लोथार मथाउस के इस रिकॉर्ड की बराबरी की
विश्व कप में सर्वाधिक 25 मैच खेलने के जर्मनी के लोथार मथाउस के रिकॉर्ड की भी उन्होंने बराबरी कर ली। वहीं अलवारेज के चार गोल हो गए हैं जो मेस्सी और काइलियान एमबाप्पे से एक गोल पीछे हैं । विश्व कप सेमीफाइनल में दो गोल करने वाले वह 1958 के बाद दूसरे खिलाड़ी हैं। पेले ने 1958 में 17 वर्ष की उम्र में यह कारनामा किया था।