कॉमनवेल्थ गेम्स 2018: मैरी कॉम को मेडल जीतने के लिए केवल एक जीत की दरकार
By भाषा | Published: April 3, 2018 08:41 PM2018-04-03T20:41:48+5:302018-04-03T20:42:13+5:30
मैरी कॉम 8 अप्रैल को 48 किग्रा वर्ग के क्वार्टर फाइनल में स्कॉटलैंड की मेगन गोर्डन से भिड़ेंगी।
गोल्ड कोस्ट, 3 अप्रैल: कॉमनवेल्थ गेम्स में भारतीय बॉक्सर्स को काफी अच्छा ड्रॉ मिला है। ड्रॉ के अनुसार दिग्गज मुक्केबाज एम सी मैरी कॉम को मेडल जीतने के लिए महज एक मुकाबला जीतने की जरूरत पड़ेगी जबकि विकास कृष्णन को पुरूषों के प्री- क्वॉर्टर फाइनल में बाई मिली है। इससे पहले कॉमनवेल्थ गेम्स में भारतीय दल को राहत देते हुए सीरिंज विवाद में मुक्केबाजी टीम के डॉक्टर अमोल पाटिल को फटकार लगाकर छोड़ दिया क्योंकि उन्हें थके हुए मुक्केबाजों को विटामिन इंजेक्शन देने के बाद सुइयां नष्ट नहीं करने का दोषी पाया गया।
कॉमनवेल्थ गेम्स में पहली बार मैरी कॉम
मैरी कॉम 8 अप्रैल को 48 किग्रा वर्ग के क्वार्टर फाइनल में स्कॉटलैंड की मेगन गोर्डन से भिड़ेंगी। पहली बार कॉमनवेल्थ गेम्स में खेल रहीं मणिपुर की 35 वर्षीय खिलाड़ी ऐसे ड्रॉ में गोल्ड मेडल की प्रबल दावेदार हैं जिसमें केवल आठ मुक्केबाज शामिल हैं। दूसरी तरफ विकास (75 किग्रा) अंतिम 16 में पहुंच गए हैं क्योंकि उन्हें और नवोदित खिलाड़ी मनीष कौशिक (60 किग्रा) को बाई मिली है। (और पढ़ें- कॉमनवेल्थ गेम्स 2018: पीवी सिंधु और किदांबी श्रीकांत को मिली शीर्ष वरीयता)
पूर्व में एशियन गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल जीत चुके सतीश कुमार (91 किग्रा से अधिक) को भी ड्रॉ छोटा होने के कारण बाई मिली और वे क्वॉर्टर फाइनल में पहुंच गए। ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक जीतने वाली पिंकी जांगड़ा (51 किग्रा) भी क्वॉर्टर फाइनल में पहुंच गयी हैं और 11 अप्रैल को इंग्लैंड की लीसा व्हाइटसाइड से मुकाबला करेंगी।
इंडियन ओपन की स्वर्ण पदक विजेता लवलीना बोर्गोहैन पहले दौर में बाई के जरिये क्वॉर्टर फाइनल में पहुंचने वाली (69 किग्रा) अकेली भारतीय महिला मुक्केबाज हैं। वह क्वॉर्टर फाइनल में इंग्लैंड की सैंडी रायन से भिड़ेंगी। (और पढ़ें- कॉमनवेल्थ गेम्स: खेल गांव में मुफ्त बांटे जाएंगे आइसक्रीम और 2 लाख से ज्यादा कॉन्डम)
मनोज कुमार भी दिखाएंगे दम
पुरूष टीम के सबसे युवा सदस्य नमन तंवर(91 किग्रा) छह अप्रैल को अपने पहले मुकाबले में तंजानिया के हारूना म्हांदो से भिड़ेंगे। 2010 के दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले मनोज कुमार (69 किग्रा) पांच अप्रैल को भारत के मुक्केबाजी अभियान का शुरूआत करते हुए अपने पहले मुकाबले में नाइजीरिया के ओसिता उमेह के खिलाफ उतरेंगे।
मुहम्मद हुस्सामुद्दीनस (56 किग्रा) सात अप्रैल को वनुआतू के बो वारावारा से भिड़ेंगे जबकि गौरव सोलंकी नौ अप्रैल को घाना के अन्नंग अम्पियास से लोहा लेंगे। पूर्व विश्व एवं एशियाई विजेता एल सरिता देवी(60 किग्रा) किम्बरले गिटेंस से जबकि इंडियन ओपन के स्वर्ण पदक विजेता अमित पंघाल(49 किग्रा) घाना के टेट सुलेमानू से भिड़ेंगे। कॉमनवेल्थ गेम्स से जुड़ी हर खबर यहां पढ़ें