महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक लिमिटेड (पीएमसी) के ग्राहकों ने मुंबई में मेट्रोपॉलिटन मैजिस्ट्रेट की अदालत के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने हाथों में पर्चे लिए हुए थे, जिनपर लिखा था कि आरोपियों को कोई जमानत न मिले। प्रदर्शनकारी नारे भी लगा रहे थे। समाचार एजेंसी एएनआई ने एक वीडियो ट्वीट किया है, जिसमें प्रदर्शनकारियों को 'आरबीआई चोर है' कहते सुना जा रहा है।
बता दें कि पिछले महीने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने पीएमसी पर 6 महीने तक के लिए कई तरह की पाबंदियां लगा दी थीं। आरबीआई ने बैंकिग रेग्युलेशन एक्ट, 1949 के सेक्शन 35ए के तहत कार्रवाई की थी। आरोप है के बैंक अधिकारियों ने रीयल एस्टेट का कारोबार करने वाले कंपनी समूह हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर (एचडीआईएल) की इकाइयों को गैरकानूनी तरीके से विभिन्न फायदे पहुंचाए, जिससे बैंक को 4,355 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और मुंबई की आर्थिक अपराध शाखा कार्रवाई कर रही है। आरबीआई ने घोटाला उजागर होने की शुरुआत में बैंक पर पाबंदियां लगाते हुए ग्राहकों को 10 हजार रुपये निकालने की राहत दी थी लेकिन बाद में यह रकम 25 हजार रुपये कर दी थी। मामले में पीएमसी के पूर्व प्रबंध निदेशक जॉय थॉमस को पुलिस ने हिरासत में लिया है।
आर्थिक अपराध शाखा ने कहा कि पीएमसी बैंक ने एचडीआईएल और उसके समूह की कंपनियों के मोटी रकम के बकाया 44 ऋण खातों को 21,049 फर्जी खातों से बदल दिया था। पुलिस ने बताया कि बैंक के निदेशक मंडल और थॉमस समेत शीर्ष अधिकारियों को " इस कृत्य की पूरी जानकारी थी " ।
मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने पिछले गुरुवार को कहा था कि हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर (एचडीआईएल) के निदेशक राकेश वधावन और उसके बेटे सारंग वधावन को इसी मामले में गिरफ्तार किया गया है।
वहीं, प्रवर्तन निदेशालय ने पीएमसी बैंक धनशोधन मामले में सोमवार को महाराष्ट्र के अलीबाग इलाके के एक पॉश बंगले पर फिर से छापेमारी की। अधिकारियों ने बताया कि 22 कमरों का बंगला एचडीआईएल के प्रवर्तक वाधवानी का है और छापेमारी के बाद एजेंसी ने उसे सील कर दिया। मामले की जांच के सिलसिले में एजेंसी ने 60 करोड़ रुपये के आभूषण, एक बिजनेस जेट, 15 कार, डेढ़ करोड़ रुपये और दस करोड़ रुपये की दो सावधि जमा राशि भी जब्त की। केंद्रीय एजेंसी द्वारा धनशोधन निवारण अधिनियम के तहत आपराधिक शिकायत दर्ज कराने के बाद छापेमारी की गई।
वहीं मामले को लेकर सियासत गर्म हो गई है। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने कहा कि पंजाब एवं महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक घोटाले के तार भाजपा से जुड़े हुए हैं क्योंकि बैंक के 12 निदेशकों के संबंध सत्तारूढ़ दल से हैं।
(पीटीआई-भाषा इनपुट के साथ)