महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस की ‘महाजनादेश यात्रा’ के तहत कोल्हापुर में होने वाली रैली से पहले अज्ञात लोगों ने उनकी तस्वीर वाले पोस्टरों और होर्डिगों को स्याही फेंककर विरूपित कर दिया। एक पुलिस अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि काली स्याही ...
शिवसेना 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में प्रत्येक को 135 सीट और बाकी की 18 सीटें सहयोगियों के लिए रखने के फार्मूले पर राजी है। लेकिन अब भाजपा इसे स्वीकार नहीं कर रही। शिवसेना के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘ भाजपा शिवसेना को 120 से ज्यादा सीट नहीं देन ...
महाराष्ट्रः मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि बदलते परिदृश्य में वैक्सीन, खून और अन्य जीवनरक्षक दवाओं को आपातकालीन समय में जरूरतमंदों तक पहुंचाने के लिए ड्रोन बहुत अच्छा विकल्प बनकर उभरे हैं. ...
मुख्यमंत्री ने महाजनादेश यात्रा के अंतिम चरण में सोमवार को सतारा जिले के कराड में कहा कि पवार एक बड़े नेता हैं और बड़े नेताओं को यह समझना चाहिए कि उनके बयानों से भारत को फायदा होगा या पाकिस्तान को। जब राहुल गांधी कश्मीर गए थे तो उन्होंने इसी तरह के ब ...
राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 125-125 सीटों पर कांग्रेस और राकांपा चुनाव लड़ेगी। महाराष्ट्र में 288 विधानसभा की सीटें हैं। अन्य दलों के लिए 38 सीट दिया गया है। अभी तक भाजपा- शिवसेना में गठबंधन नहीं हुआ है। ...
राज्य की विधानसभा में बेहद कम महिला विधायक हैं. वर्ष 2014 के चुनाव में महज 20 महिलाएं विधानसभा पहुंचीं. 288 सदस्यों वाली विधानसभा में महिलाओं का प्रतिशत केवल सात है. ...
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई है। सारे दल लगभग चुनाव मैदान में उतर चुके हैं। जहां 2014 में भाजपा-शिवसेना अलग-अलग चुनाव लड़ थे। इस बार दोनों दल लोकसभा चुनाव की तरह एक साथ चुनाव मैदान में उतरेंगे। वहीं कांग्रेस और एनसीपी में सम ...
शिवसेना के एक नेता ने कहा कि उन्हें पार्टी नेतृत्व द्वारा किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहने को कहा गया है। पिछले कुछ सप्ताह में भाजपा इस तरह के साक्षात्कार लेने में आगे रही थी। दोनों पार्टियों के नेताओं ने हालांकि आधिकारिक तौर पर कहा है कि भाजपा और शि ...
शरद पवार ने मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस की सांगली और कोल्हापुर यात्रा से पहले उन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘‘वह (फड़नवीस) कुछ घंटों के लिए केवल एक बार वहां (बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में) गए और फिर कभी नहीं गए।’’ ...
दक्षिण भारतीयों की संख्या साठ से अस्सी के दशक तक उत्तर भारतीयों से ज्यादा थी लेकिन कांग्रेस जानती थी कि मुंबई में रहने वाले उत्तर भारतीय वोट बैंक देश की व्यावसायिक राजधानी पर पकड़ बनाकर रखने के लिए बेहद जरूरी है. ...