कोल्हापुर: महाराष्ट्र के कोल्हापुर शहर में एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर किए गए मैसेज के कारण हिंसा भड़क उठी है। शहर में दो समुदायों के बीच हिसंक झड़प के कारण स्थिति तनावपूर्ण हो गई है।
बुधवार को हिंदुत्व संगठनों के लोग भारी संख्या पर सड़कों पर उतरे और विरोध करने लगे, जिसे काबू में करने के लिए पुलिस और हिंदू संगठन के लोग आमने-सामने आ गए। विरोध प्रदर्शन कर रही भीड़ देखते ही देखते बेकाबू हो गई जिसके बाद कोल्हापुर पुलिस को सख्त कार्रवाई करनी पड़ी।
भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज कर दिया। लाठीचार्ज के जरिए सड़कों पर आए लोगों को पुलिस ने वहां से हटा दिया लेकिन अभी भी इलाके में स्थिति तनावपूर्ण है।
दरअसल, कोल्हापुर में ये विवाद औरंगजेब की तस्वीर लगाने और इसके बाद सोशल मीडिया पर औरंगजेब की प्रशंसा करने वाली विवादास्पद पोस्ट के कारण खड़ा हुआ है।
इस पोस्ट के बाद से मंगलवार, 6 जून को कोल्हापुर में सांप्रदायिक तनाव पैदा हो गया और पूरे शहर में अराजकता फैल गई। सांप्रदायिक तनाव में दो समुदाय के बीच हिसंक झड़पे हुए जिसमें कई लोग घायल हो गए।
इसके बाद, हिंदुत्व संगठनों ने बुधवार को विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया था और प्रदर्शनकारी शहर के छत्रपति शिवाजी चौक और महापालिका चौक के आसपास जमा हो गए थे।
विरोध न केवल सड़कों तक ही सीमित रहा बल्कि पथराव की घटनाएं भी देखी गईं। उन्होंने पुलिस वाहनों पर भी पथराव किया। नतीजतन, आंदोलन बड़े पैमाने पर बढ़ गया। हालात काबू से बाहर होते देख पुलिस को फिर से काबू पाने के लिए प्रदर्शनकारियों पर लाठी चार्ज करना पड़ा।
कोल्हापुर में भड़की हिंसा को देखते हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने घटना का संज्ञान लेते हुए कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखना सरकार की जिम्मेदारी है। मैं जनता से भी शांति और शांति की अपील करता हूं। पुलिस जांच चल रही है और दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि कोल्हापुर में छत्रपति शिवाजी महारात के राज्याभिषेक दिवस के बाद कुछ युवाओं ने आपत्तिजनक स्टेटस अपलोड किया और औरंगजेब की जमकर तारीफ की। शहर के दूसरे चौक, टाउन हॉल और लक्ष्मीपुरी इलाके में पथराव की घटनाओं को लेकर दो गुट आपस में भिड़ गए।