कोरोना वायरस (Covid-19) को लेकर पूरी दुनिया सहमी हुई है। इस वायरस ने चीन, ईरान, अमेरिका के अलावा प्रमुख यूरोपीय देश स्पेन, फ्रांस, इटली में कहर बरपा दिया है। इस वायरस के आने के बाद से ही दुनिया की कई अर्थव्यवस्थाओं और शेयर बाजारों को तगड़ा झटका लगा है। भारतीय शेयर बाजार भी लगातार गिर रहे हैं। अब दुनिया 2008 के बाद एक और मंदी का सामना कर सकती है। कई रिपोर्टों के हवाले से कहा गया है कि करोड़ों नौकरियों पर खतरा मंडरा रहा है। ऐसी ही एक रिपोर्ट संयुक्त राष्ट्र की एक एजेंसी ने दी है।
संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) ने कहा है कि कोरोना वायरस महामारी के चलते दुनिया भर में 2.5 करोड़ नौकरियां खत्म हो सकती है। आईएलओ ने "कोविड-19 और कामकाजी दुनिया: प्रभाव और कार्रवाई" शीर्षक वाली अपनी प्रारंभिक मूल्यांकन रिपोर्ट जारी की है। इसके अनुसार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नीतिगत कार्रवाई के जरिए वैश्विक बेरोजगारी पर कोरोना वायरस के प्रभाव को कम करने में मदद कर सकती है। रिपोर्ट में कार्यस्थल में श्रमिकों की सुरक्षा, अर्थव्यवस्था को मदद और रोजगार-आमदनी को बनाए रखने के लिए तत्काल, बड़े पैमाने पर और सिनर्जी उपायों का आह्वान किया है।
अमेरिका में 8 करोड़ नौकरियों पर मंडराया खतरा
मूडीज एनालिटिक्स ने दावा किया है कि अमेरिका अर्थव्यवस्था में कुल रोजगार का आधे से ज्यादा नौकरियों पर खतरा मंडरा रहा है। मूडीज एनालिटिक्स के विश्लेषण के अनुसार, अमेरिका में करीब 8 करोड़ (80 मिलियन) नौकरियां उच्च या मध्यम जोखिम में हैं। अमेरिका में फिलहाल 15.3 करोड़ (153 मिलियन) नौकरियां होने का अनुमान हैं। मूडीज एनालिटिक्स के मुख्य अर्थशास्त्री मार्क जैंडी ने कहा कि यह संभावना है कि 1 करोड़ नौकरीपेशा लोग अपने वेतन-भत्तों पर कुछ प्रभाव देख सकते हैं। इसमें छंटनी, वेतन कटौती या काम के घंटे बढ़ाए जा सकते हैं।
मूडीज एनालिटिक्स के अनुमान के अनुसार 2.7 करोड़ लोगों की नौकरियां कोरोना वायरस के चलते उच्च जोखिम में हैं। खतरे वाली नौकरियां मुख्यत: टूरिज्म, हॉस्पिलिटी, हेल्प सर्विस, आयल ड्रिलिंग सेक्टर में हैं। अन्य 52 मिलियन नौकरियां "मध्यम जोखिम" का सामना करेंगी। ये नौकरियां मुख्यत: खुदरा, विनिर्माण, निर्माण और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में हैं। यहां पर 50 लाख लोग बेरोजगार हो सकते हैं। (पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
पर्यटन उद्योग में जा सकती हैं 5 करोड़ नौकरियां
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना वायरस की वजह से पर्यटन उद्योग में 5 करोड़ नौकरियां जा सकती है। ब्लूमबर्ग ने वर्ल्ड ट्रेवल एंड टूरिज्म काउंसिल इंडस्ट्री ग्रुप (WTCC) के हवाले से बताया है कि विभिन्न देशों में सैकड़ों विमान जमीन पर और दर्जनों क्रूज शिप पर खड़े हैं। रिपोर्ट के अनुसार पिछले दिनों पर्यटन से जुड़ी 25 फीसदी बुकिंग्स कैंसिल हो चुकी है। डब्ल्यूटीटीसी की मैनेजिंग डायरेक्टर वर्जिनिया मेसिना ने कहा है कि टूर एंड ट्रैवल कंपनियां ज्यादा दिन तक इस नुकसान को बर्दाश्त नहीं कर पाएंगी।
WTCC के अनुसार पर्यटन सेक्टर में 2018 में करीब 32 करोड़ (319 मिलियन) लोग काम कर रहे थे। कोरोना के संकट के चलते 16 फीसदी लोग बेरोजगार हो सकते हैं। इस रिपोर्ट के अनुसार कोरोना वायरस के नुकसान से उबरने के लिए पर्यटन सेक्टर को एक से दो साल लग सकते हैं। (पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)