गुरुग्राम: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने राज्य में हिंसा पर एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि दोषियों को किसी भी कीमत पर नहीं बख्शा जाएगा। सीएम ने कहा कि नूंह हिंसा में हुआ नुकसान दंगाइयों से वसूला जाएगा।
मुख्यमंत्री ने बताया कि अब तक कुल 116 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, साथ ही 90 अतिरिक्त लोगों को हिरासत में रखा गया है। हालांकि प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मनोहर लाल खट्टर ने एक विवादित बयान भी दिया और कहा कि पुलिस राज्य के हर व्यक्ति की सुरक्षा नहीं कर सकती।
सीएम मनोहर लाल खट्टर ने हिंसा में आर्थिक नुकसान झेलने वाले लोगों के लिए भी अहम घोषणा की। उन्होंने कहा, "चल संपत्ति के मामले में, यदि नुकसान 5 लाख है, तो सरकार 80 प्रतिशत कवरेज प्रदान करेगी। यदि नुकसान 5 से 10 लाख के बीच है, तो 70 प्रतिशत कवर किया जाएगा। 10 से 20 लाख के बीच नुकसान के लिए, 60 प्रतिशत कवर किया जाएगा।"
इस बीच नूंह के डिप्टी कमिश्नर प्रशांत पवार ने कहा है कि हम स्थिति की समीक्षा करेंगे और फिर क्षेत्र में स्कूलों और कॉलेजों को फिर से खोलने पर फैसला करेंगे। फिलहाल अर्धसैनिक बल के 14 बल और लगभग हरियाणा पुलिस की 20 कंपनियां नूंह में तैनात हैं। नूंह के डिप्टी कमिश्नर ने दोपहर 3-5 बजे के बीच कर्फ्यू में ढील देने की बात भी की।
मेवात की हिंसा के बाद हिंदू संगठन राजधानी दिल्ली में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। दिल्ली में नूंह हिंसा के बाद हो रहे प्रदर्शन और रैली पर रोक लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई थी। हालांकि सर्वोच्च न्यायालय ने विरोध प्रदर्शन पर रोक लगाने से इनकार कर दिया लेकिन सुनवाई के दौरान कहा है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि इस प्रदर्शन के दौरान भड़काऊ भाषण ना दिया जाए। अदालत ने यह भी कहा कि धारा-144 समेत अन्य उपाय अपनाए जा सकते हैं। अदालत ने कहा है कि यह आदेश सभी राज्यों पर लागू होगा।
हरियाणा की स्थिति को लेकर राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू हो गई है। कांग्रेस नेता दीपेंद्र एस.हुड्डा ने कहा कि नूंह में जो घटना घटी है वह बड़ी प्रशासनिक विफलता है। अगर सरकार समय पर सतर्कता लेती, पुलिस प्रशासन तैनात किया जाता तो यह घटना टाली जा सकती थी।