Karnataka BJP Meeting: कर्नाटक में विधानसभा चुनाव नतीजों के लगभग छह महीने बाद भाजपा ने शुक्रवार को बेंगलुरु के पांच सितारा होटल में दिनभर चली बैठक के बाद वरिष्ठ विधायक आर अशोक को कांग्रेस शासित दक्षिणी राज्य में विपक्ष के नेता के रूप में घोषित किया है। बीजेपी के कई दिग्गज इस पद की दौड़ में थे।
लेकिन पार्टी ने वोक्कालिगा नेता और पूर्व डिप्टी सीएम को नेता प्रतिपक्ष के रूप में चुना है। अशोक, वी. सुनील कुमार, सी.एन. अश्वत्थ नारायण और ए. ज्ञानेंद्र इस पद की दौड़ में शामिल थे। आर अशोक ने कहा कि हमारा एकमात्र उद्देश्य है नरेंद्र मोदी एक बार फिर प्रधानमंत्री बने। यह हमारा नारा है।
पार्टी आलाकमान ने हाल ही में पूर्व सीएम येदियुरप्पा के बेटे लिंगायत नेता और पहली बार विधायक बने बीवाई विजयेंद्र को राज्य भाजपा प्रमुख नियुक्त किया है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत कुमार गौतम, भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष बी. वाई. विजयेंद्र और पूर्व मुख्यमंत्रियों बी. एस. येदियुरप्पा तथा बसवराज बोम्मई विधायक दल की बैठक में मौजूद थे।
बैठक में अशोक को राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता के रूप में चुना गया। भाजपा के सात बार विधायक रहे अशोक जुलाई 2012 से मई 2013 तक भाजपा सरकार में उपमुख्यमंत्री थे। भाजपा के वरिष्ठ नेता को कैबिनेट सदस्य के रूप में पांच मुख्यमंत्रियों के साथ काम करने का मौका मिला।
एक मंत्री के रूप में उन्होंने गृह, राजस्व, नगरपालिका प्रशासन, परिवहन और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण जैसे विभिन्न विभागों का कार्यभार संभाला था। अशोक पार्टी में एक प्रमुख वोक्कालिगा समुदाय का चेहरा हैं। यह समुदाय विशेष रूप से कर्नाटक के दक्षिणी हिस्सों जैसे बेंगलुरु, चिक्कबल्लापुरा, मैसुरु, मांड्या, चामराजनगर, रामानगर, कोलार, तुमकुरु और चिक्कमगलुरु में फैला हुआ है।
भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने पिछले सप्ताह वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा के बेटे विजयेंद्र की नियुक्ति की घोषणा की थी। येदियुरप्पा लिंगायत समुदाय से आते हैं। 224 सीट के लिए इस साल मई में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने जबरदस्त जीत के साथ भाजपा को सत्ता से बाहर कर दिया था। कांग्रेस ने 135 सीट, भाजपा ने 66 और जनता दल (सेक्युलर) ने 19 सीट पर जीत दर्ज की थी।