कोलकाताः तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने सोमवार को बड़ा फेरबदल करते हुए कुछ मंत्रियों समेत नए चेहरों को संगठन में शामिल किया, जिसका मकसद अगले साल होने वाले महत्वपूर्ण पंचायत चुनाव से पहले पार्टी को मजबूत बनाना है। स्कूल भर्ती घोटाले में पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी के बाद जारी सियासी घमासान के बीच ये फेरबदल किए गए हैं।
इससे पहले दिन में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने मंत्रिमंडल में फेरबदल की घोषणा की और कहा कि कुछ मौजूदा मंत्रियों को पार्टी संगठन में भेजा जाएगा। पार्टी ने एक बयान में कहा, ''अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस को माननीय अध्यक्ष ममता बनर्जी की प्रेरणा और मार्गदर्शन में पश्चिम बंगाल तृणमूल कांग्रेस के कुछ नए जिलाध्यक्षों और जिला चेयरमैन की नियुक्तियों की घोषणा करते हुए प्रसन्नता हो रही है।''
बनर्जी की घोषणा के बाद योजना, सांख्यिकी एवं कार्यक्रम निगरानी विभाग राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीमा पात्रा और राज्य के सिंचाई एवं जलमार्ग मंत्री सौमेन महापात्र को उनके जिलों की संगठनात्मक जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। पार्टी सूत्रों ने बताया कि तृणमूल कांग्रेस के विधायक तापस राय और पार्थ भौमिक को पार्टी के उत्तरी कोलकाता और दम दम-बैरकपुर क्षेत्रों के अध्यक्ष के पद से मुक्त कर दिया गया है।
फेरबदल में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी की छाप स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है। इस फेरबदल में ''काम नहीं करने वालों'' को हटा दिया गया और कुछ को संगठनात्मक कर्तव्यों से मुक्त कर दिया गया, जिससे मंत्री पद के लिए उनका मार्ग प्रशस्त हुआ। सूत्रों ने कहा कि नयी जिला समितियों का गठन पार्टी में अनुभवी और युवा नेताओं को ध्यान में रखकर किया गया है।
उन्होंने कहा कि कूचबिहार, दक्षिण दिनाजपुर, नादिया दक्षिण (राणाघाट), हुगली-श्रीरामपुर, झारग्राम और बनगांव सहित कई संगठनात्मक जिलों के अध्यक्ष बदले गए, जबकि कई अन्य जिलों जैसे कोलकाता उत्तर, बांकुड़ा, उत्तर दिनाजपुर, तामलुक और बनगांव के नए प्रमुख होंगे।