कोलकाता: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने एक वीडियो शेयर कर यह दावा किया है कि भाजपा में शामिल होने वाली आदिवासियों महिलाओं को टीएमसी ने दंडवत परिक्रमा करने की सजा दी है। यही नहीं उनका यह भी आरोप है कि जो आदिवासी महिलाएं टीएमसी छोड़ भाजपा में शामिल हुईं थी, उन्हें मजबूर कर फिर से टीएमसी में शामिल कर लिया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, गुरुवार को करीब 200 महिलाओं ने टीएमसी छोड़ा था और भाजपा में शामिल हुई थी। इन आदिवासी महिलाओं का भाजपा के कुछ नेताओं ने स्वागत भी किया था।
सुकांत मजूमदार ने क्या आरोप लगाया है
इस वीडियो को शेयर करते हुए भाजपा के सुकांत मजूमदार ने एक वीडियो ट्वीट किया है। ट्वीट कर उन्होंने लिखा है कि "मार्टिना किसकू, शिउली मार्डी, ठकरान सोरेन और मालती मुर्मू तपन गोफानगर की रहने वाली हैं। इन्होंने 6 तारीख को बीजेपी जॉइन की थी। ये आदिवासी समुदाय से हैं। आज टीएमसी के गुंडों ने इन्हें बीजेपी में लौटने पर मजबूक किया और उन्हें दंडवत परिक्रम करने की सजा दी।"
वीडियो में क्या देखा गया, क्या है पूरा मामला
वायरल हो रहे इस वीडियो में यह देखा गया है कि तीन महिलाएं बीच सड़क पर कथित तौर पर दंडवत परिक्रमा कर रही है। वीडियो में सभी महिलाओं को चलते-चलते एक बार जमीन पर लेटते और फिर उठकर कुछ दूर आगे चलते हुए देखा गया है। इन महिलाओं को यह परिक्रमा कई बार करते हुए देखा गया है।
पश्चिम बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष सुकांत ने यह भी आरोप लगाया है कि टीएमसी ने इस तरीके से इन महिलाओं को मजबूर किया है कि वे फिर से टीएमसी में शामिल हो गई है। उनके अनुसार, टीएमसी ने ऐसा कर उनके 'पाप' को घुलवाया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के इन आरोपों पर टीएमसी नेता प्रदीप्ता चक्रवर्ती ने जवाब भी दिया है। उन्होंने कहा है कि कुछ लोग गलती से भाजपा में चल गए थे, ऐसे में वे फिर से टीएमसी में आ गए है और अपनी गलती सुधारने के लिए दंडवत परिक्रमा की है। उनका मानना है कि बाकि लोग भी जल्द ही टीएमसी में वापस आ जाएंगे।