कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ओडिशा के बालासोर में हुई ट्रेन दुर्घटना के संबंध में रेल मंत्रालय द्वारा दिये गए मौत के आंकड़ों पर रविवार को सवाल उठाया और कहा कि अकेले उनके राज्य के ही 61 लोगों की मौत हुई है और 182 अब भी लापता हैं।
मामले में ममता बनर्जी ने क्या कहा है
सीएम ममता बनर्जी ने राज्य के सचिवालय नबान्न में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पूछा, “अगर एक राज्य के ही 182 लोग लापता हैं और 61 लोगों की मौत की पुष्टि हो गई है, तो आंकड़े कैसे सही हैं?” अधिकारियों के अनुसार, बालासोर में तीन ट्रेनों की भिड़ंत में कम से कम 275 लोगों की मौत हुई है और 1,175 घायल हुए हैं।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को ओडिशा में बालासोर के निकट शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस, बेंगलुरु-हावड़ा सुपर फास्ट और एक मालगाड़ी आपस में भिड़ गई थीं। इसे देश की सबसे भीषण रेल दुर्घटनाओं में से एक बताया जा रहा है। बनर्जी ने कहा कि उनके रेल मंत्री रहते शुरू की गई दुरंतो एक्सप्रेस ट्रेन को “प्राथमिकता से बाहर कर दिया गया।”
"दाल में कुछ काला है"- मरने वालों के आंकड़ों में बदलाव पर बोलीं सीएम ममता
सीएम ममता बनर्जी ने इस हादसे में मरने वालों के आंकड़ों में बदलाव और जांच को लेकर केंद्र सरकार से सवाल पूछा है और कहा है कि "कल वो (रेल मंत्री) मेरे साथ मौजूद थे। मैंने जब एंटी कोलिजन डिवाइस की बात की तब उन्होंने मुंह क्यों नहीं खोला? दो तरह की रिपोर्ट सामने आ रही हैं।"
इस पर बोलते हुए उन्होंने आगे कहा है कि "दाल में कुछ काला है, मैं चाहती हूं जो सच है उसे बाहर रखिए। इससे आने वाली ज़िंदगी तो बचेगी, जो सच है, अपने को बचाने के लिए आपको ऐसा करने (छुपाने) की जरूरत नहीं है। हम इस्तीफ़ा नहीं मांग रहे, जब जनता आपको इस्तीफा देगी, वोट के जरिए तो हम देखेंगे।"
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों पर भी उठाया है सवाल
मामले में ममता बनर्जी ने आगे कहा है कि " एक दिन में जांच हो जाती है? मै उनसे बेहतर जानती हूं। रेलवे सेफ्टी कमीशन को जांच में तीन महीने लगते हैं। सुबह, दिन में, रात में अलग अलग नबंर नहीं हो सकते। इसीलिए दाल में काला लग रहा है। सरकार हताहतों की सही संख्या बताए। असल आंकड़े बताए।"
सीएम ममता ने पूछा कि क्या वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों के इंजन दुरुस्त हैं। उन्होंने पुरी-हावड़ा वंदे भारत ट्रेन के उद्घाटन के बाद दूसरे ही दिन हुई दुर्घटना का जिक्र करते हुए कहा, “वंदे भारत नाम अच्छा है, लेकिन आपने देखा कि उस दिन क्या हुआ था, जब एक पेड़ की शाखा उस पर गिर गई थी।” बनर्जी ने कहा कि भाजपा ने बहुत दुखद स्थिति होने के बावजूद उन्हें इस मामले पर बोलने के लिए मजबूर किया है।
भाषा इनपुट के साथ