आल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेड़ कड़गम (एआईएडीएमके) की पूर्व महासचिव वीके शशिकला के पति एम नटराजन का मंगलवार (20 मार्च) को 74 की उम्र में तमिलनाडु में निधन हो गया। नटराजन की मृत्यु की वजह मल्टिपल ऑर्गेन फेल्योर बताई गई है। नटराजन को शनिवार (17 मार्च) को चेन्नई स्थित ग्लेनग्लेज ग्लोबल हेल्थ सिटी में भर्ती कराया गया था। नटराजन तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता के करीबी रहे थे। जयललिता के राजनीतिक उत्थान में नटराजन की अहम भूमिका मानी जाती है। नटराजन की वजह से ही उनकी पत्नी शशिकला जयललिता के करीब आई थीं। बाद में शशिकला जयललिता के ज्यादा करीब हो गईं, जबकि नटराजन को जयललिता ने खुद पार्टी और अपने जीवन से दूर कर दिया था। शशिकला पति को छोड़कर जयललिता के साथ रहती थीं।
ग्लेनग्लेज ग्लोबल हेल्थ सिटी के चीफ ऑपरेटिंग अफसर शानमुग प्रियन ने एक अधिकारिक बयान में कहा, हमें बेहद दुख के साथ नटराजन मरूतप्पा के निधन की घोषणा करनी पड़ रही है। उन्होंने देर रात एक बजकर पैंतीस मिनट पर अंतिम सांस ली। नटराजन को फेंफड़े में गंभीर संक्रमण के बाद शनिवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह वेंटिलेटर पर थे। नटराजन के पार्थिव शरीर को फिलहाल अंतिम दर्शन के लिए उनके बसंत नगर स्थित आवास पर रखा गया है। उनके करीबी सूत्रों का कहना है कि पार्थिव शरीर को पैतृक गांव तंजावूर ले जाया जाएगा, जहां उनका अंतिम संस्कार होगा। हालांकि, यह अभी स्पष्ट नहीं है कि अंतिम संस्कार कब किया जायेगा क्योंकि परिजनों को आशा है कि शशिकला पैरोल मिलेगा। जयललिता के निधन के बाद शशिकला एआईएडीएमके की महासचिव चुनी गईं। उन्होंने नटराजन की पार्टी में वापसी कराई। बाद में नाटकीय घटनाक्रम में शशिकला को भ्रष्टाचार के मामले में जेल हो गई। उन्हें पार्टी से भी बाहर कर दिया गया।
गौरतलब है कि 66.6 करोड़ रुपये कीमत की आय के ज्ञात स्रोत से अधिक संपत्ति के मामले में शशिकला पिछले साल फरवरी से ही बेंगलुरू के पाराप्पना जेल में बंद हैं। उन्हें अदालत ने चार साल कैद की सजा सुनायी है। शशिकला को पिछले साल अक्तूबर में नटराजन के किडनी प्रतिरोपण के लिए पैरोल मिला था। नटराजन एक तमिल कार्यकर्ता थे और तमिल भाषा की पत्रिका ‘पुतिया पारवी’ निकालते थे। वह राज्य सरकार में जन संपर्क अधिकारी के रूप में भी काम कर चुके थे।