एक बार फिर मीडिया को संबोधित करते हुए कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी फूट-फूटकर रो पड़े। दरअसल, राज्य के मंडया में अपने समर्थकों से बात कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि मैंने क्या गलती की है जो मंडया के लोगों ने उन्हें हरा दिया। कुमारस्वामी ने कहा कि वे नहीं चाहते हैं कि उनका बेटा चुनाव लड़े। लेकिन अपने समर्थकों के कहने पर उनका बेटा चुनाव लड़ा और हार गया। एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि उन जैसे शख्स को राजनीति में नहीं होना चाहिए। कुमारस्वामी ने कहा कि उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि राजनीति में किस पर यकीन किया जाए।
बता दें कि इस साल हुए लोकसभा चुनाव में एचडी कुमारस्वामी के बेटे निखिल कुमारस्वामी मांड्या लोकसभा सीट से चुनाव हार गए थे। यहां से बीजेपी समर्थित उम्मीदवार सुमनलथा अंबरीश जीती थीं। केआर पेट विधानसभा सीट के पूर्व विधायक केसी नारायण गौड़ा का निर्वाचन स्पीकर द्वारा रद्द किए जाने के बाद यह सीट खाली रह गई थी। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने कर्नाटक में विधायकों को अयोग्य करार देने यहां खाली पड़े सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं।
यह कोई पहली बार नहीं जब कुमारस्वामी मीडिया के सामने रोए हैं। इससे पहले कर्नाटक के बेंगलुरु में एक सभा के दौरान मीडिया के सामने रो पड़े थे। उन्होंने कहा 'आप सभी यहां मेरे लिए खड़े हो, आप सभी खुश हो कि आपका एक भाई राज्य का मुख्यमंत्री बन गया है। लेकिन मैं इससे बिल्कुल भी खुश नहीं हूं। गठबंधन वाली सरकार का दर्द मुझे पता है। मैं विश्वकांत बन गया हूं और इस सरकार के दर्द को भी निगल लिया है।' कुमारस्वामी ने कहा था 'गठबंधन की सरकार के पास जनादेश नहीं होता। उन्होंने कहा कि लोन माफी को लेकर मैंने कितनी जद्दोजहद करी किसी को नहीं पता। टैक्स बढ़ाने की वजह से मेरी आलोचना हो रही है। उधर अन्न भाग्य योजना के तहत 5 की बजाए 7 किलो चावल मांग रहे हैं। अब आप बताइए कि 2,500 करोड़ रुपए लेकर आऊं? उन्होंने आगे कहा 'मैं अगर चाहूं तो अभी केवल 2 घंटे के भीतर मुख्यमंत्री से इस्तीफा दे सकता हूं।'