लखनऊः समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने मंगलवार को पार्टी के सहयोगी अपना दल (के), सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) और राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के नेता के साथ बैठक की और भविष्य की रणनीति पर चर्चा की।
अखिलेश के चाचा शिवपाल यादव, जिन्होंने जसवंत नगर से सपा के टिकट से चुनाव लड़ा था, बैठक में मौजूद नहीं थे। यह अटकलें लगायी जा रही हैं कि वह "नाखुश" हैं क्योंकि उन्हें पिछले सप्ताह सपा विधायकों की बैठक में नहीं बुलाया गया था। बैठक में उपस्थित लोगों में एसबीएसपी नेता ओम प्रकाश राजभर, रालोद नेता राजपाल बाल्यान और अपना दल (के) नेता पल्लवी पटेल शामिल थीं, जिन्होंने विधानसभा चुनाव में सिराथू सीट से उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को हराया था।
लखनऊ में एसबीएसपी प्रमुख ओपी राजभर ने कहा कि हम राज्य में गरीबों का मुफ्त इलाज, आवारा-मवेशी और जाति जनगणना का समाधान चाहते हैं। हमने चुनाव के बाद ईंधन की कीमतों में वृद्धि के चुनावों के दौरान निहित किया और यह हो रहा है, मैं विपक्षी नेताओं पर पुलिस कार्रवाई (आधिकारिक वाहनों की जांच पर) पर सीएम से मिलूंगा।
बैठक के बारे में पूछे जाने पर बाल्यान ने कहा, "हमने सदन (विधानसभा) में अपनी भविष्य की रणनीति के बारे में चर्चा की। हम किसानों और मजदूरों के लिए संघर्ष करना जारी रखेंगे और उनके लिए अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।" शिवपाल की अनुपस्थिति को तवज्जो नहीं देते हुए एसबीएसपी नेता ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि उनके गठबंधन में कोई मतभेद नहीं है।
इटावा में मौजूद शिवपाल से जब पत्रकारों ने पूछा तो उन्होंने कहा, "मैं कुछ नहीं कहूंगा। अगर मेरे पास साझा करने के लिए कुछ है, तो मैं आपको (मीडिया) फोन करूंगा।" हाल ही में हुए चुनाव में सपा को 111 सीट मिली थीं, जबकि सहयोगी दल रालोद और एसबीएसपी को क्रमश: आठ और छह सीट मिली थीं।