UPSC Lateral Entry: केंद्र सरकार ने संघ लोक सेवा आयोग में लेटरल एंट्री को लेकर जारी विज्ञापन को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया है। जिसको लेकर देश की सियासत गरमाई हुई थी। विपक्ष इसको लेकर केंद्र सरकार को घेर रहा था। इसके पहले बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी इसको लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला था। तेजस्वी ने अपने सोशल मीडिया पर ट्विट कर 18 बिंदुओं में अपनी बातों को सामने को रखते हुए कहा है कि भाजपा वाले उच्च सेवाओं में आरएसएस के लोगों को बिना परीक्षा दिए भरना चाहते हैं।
तेजस्वी ने कहा कि हम तो शुरू दिन से ही कह रहे हैं कि ये लोग चाहते ही नहीं हैं कि दलित और आदिवासी सचिवालय में बैठे बल्कि ये चाहते हैं कि दलित और आदिवासी शौचालय में बैठें। ये लोग आरक्षण विरोधी हैं और कभी भी नहीं चाहते हैं कि समाज में जो पिछड़ापन और गरीबी है वह खत्म हो। ये कभी नहीं चाहेंगे कि समाज में जो लोग पिछली सीट पर बैठे हैं वह आगे आएं।
उन्होंने कहा कि इससे तो स्पष्ट हो गया है कि भाजपा और एनडीए के लोग आरक्षण को समाप्त कर रहे हैं। हम लोग लगातार आवाज उठा रहे हैं, लेकिन ये लोग बिहार का जो आरक्षण है उसे 9वीं सूची में शामिल नहीं कर रहे हैं। ये पूरी तरह से नाइंसाफी हो रही है। हमने सबसे पहले इस मुद्दे को उठाया था।
इसका हमलोग पुरजोर विरोध करेंगे और किसी भी कीमत पर इसे नहीं चलने देंगे। तेजस्वी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी संविधान और आरक्षण को खत्म कर असंवैधानिक तरीके से लेटरल एंट्री के ज़रिए उच्च सेवाओं में आईएएस/ आईपीएस की जगह, बिना परीक्षा दिए आरएसएस के लोगों को भर रहे है।