लखनऊ:उत्तर प्रदेशसमाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख श्याम लाल पाल मंगलवार को यह कहकर विवादों में घिर गए कि राज्य के संभल जिले में कोई मंदिर नहीं मिला। पाल का यह विवादित बयान स्थानीय प्रशासन द्वारा संभल में 1978 से बंद पड़े एक मंदिर को फिर से खोलने के कुछ दिनों बाद आया है। स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, मंदिर को फिर से खोलने के बाद भस्म शंकर मंदिर के पास एक कुएं की खुदाई के दौरान लगभग चार से छह इंच की तीन मूर्तियाँ मिलीं।
उल्लेखनीय है कि स्थानीय लोगों का दावा है कि सांप्रदायिक दंगों के बाद 1978 से मंदिर बंद था, जिसके कारण स्थानीय हिंदू समुदाय को विस्थापित होना पड़ा था। मंदिर को फिर से खोलने के बारे में बात करते हुए पाल ने कहा कि कहीं भी कोई मंदिर नहीं मिला है और खुदाई में जाकर देखिए।
उन्होंने कहा, "कोई मंदिर नहीं मिला है... अयोध्या मामले को छोड़कर, सभी धार्मिक स्थल वैसे ही हैं जैसे वे थे... हमें भाईचारे के साथ रहना चाहिए... भाजपा ने लोगों की शांति छीन ली है।" पाल ने यह भी कहा कि भारत में न तो हिंदू और न ही मुसलमान खतरे में हैं, लेकिन देश में "पिछड़े समुदाय" के लोग खतरे में हैं।
अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि संभल में भस्म शंकर मंदिर के कुएं के अंदर तीन क्षतिग्रस्त मूर्तियाँ पाई गईं, जिसे 46 साल तक बंद रहने के बाद पिछले सप्ताह फिर से खोला गया था। श्री कार्तिक महादेव मंदिर (भस्म शंकर मंदिर) को 13 दिसंबर को फिर से खोला गया था, जब अधिकारियों ने कहा कि वे अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान ढके हुए ढांचे पर ठोकर खा गए।
मंदिर में भगवान हनुमान की एक मूर्ति और एक शिवलिंग था। यह 1978 से बंद था। मंदिर के पास एक कुआं भी है जिसे अधिकारियों ने फिर से खोलने की योजना बनाई थी। संभल के जिला मजिस्ट्रेट राजेंद्र पेंसिया ने संवाददाताओं को बताया कि प्राचीन मंदिर और कुएं की खुदाई की जा रही है।
उन्होंने कहा, "करीब 10 से 12 फीट खुदाई की गई है। इस दौरान आज सबसे पहले पार्वती की एक मूर्ति मिली जिसका सिर टूटा हुआ था। फिर गणेश और लक्ष्मी की मूर्तियां मिलीं।" यह पूछे जाने पर कि क्या मूर्तियों को क्षतिग्रस्त किया गया और फिर अंदर रखा गया, पेंसिया ने कहा, "यह सब जांच का विषय है।"
मंदिर के आसपास अतिक्रमण के बारे में पूछे गए सवाल पर जिला मजिस्ट्रेट ने कहा कि कुछ लोगों ने खुद ही अतिक्रमण हटा लिया जबकि अन्य लोगों से इसे हटाने का अनुरोध किया गया। उन्होंने कहा कि आगे की प्रक्रिया का पालन किया जाएगा और फिर नगर पालिका के माध्यम से इन्हें हटाया जाएगा।
खुदाई के दौरान मौके पर मौजूद संजीव शर्मा ने कहा कि कुएं में पार्वती की मूर्ति के साथ एक क्षतिग्रस्त लक्ष्मी की मूर्ति मिली है। सतेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि पार्वती की मूर्ति कुएं के करीब 15-20 फीट अंदर मिली थी।