रेत के अवैध खनन से जुड़े मामले में सीबीआई ने शनिवार को उत्तर प्रदेश और दिल्ली में 12 जगहों पर छापे मारे। अधिकारियों ने बताया कि आईएएस अधिकारी बी चन्द्रकला सहित वरिष्ठ अधिकारियों के आवासों पर इस संबंध में छापे मारे गए। इसके साथ ही इस मामले में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की भूमिका की जांच होगी।
यह छापेमारी उत्तर प्रदेश के जालौन, हमीरपुर, नोएडा, लखनऊ और कानपुर में की गई। इसके अलावा अवैध रेत खनन मामले में बीएसपी नेता सत्यदेव दीक्षित और एसपी एमएलसी रमेश मिश्रा के आवासों पर भी छापेमारी की गई। वहीं खबरों कि मानें तो सीबीआई सूत्रों के मुताबिक सरकारी अधिकारियों समेत 11 लोग इसमें शामिल थे। हालांकि सरकार के अधिकारियों ने प्रतिबंध अवधि के दौरान भी खनन की अनुमति दी।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक सीबीआई ने बतया कि साल 2012 से 2013 तक अखिलेश यादव मुख्यमंत्री थे। इसके चलते उस दौरान जो भी मंत्री थे उनकी भूमिका की जांच होगी। अखिलेश यादव 2012 से 2017 तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे।
बता दें कि चन्द्रकला भ्रष्टाचार के खिलाफ अपने अभियानों के लिए सोशल मीडिया पर बेहद लोकप्रिय हैं। उन्होंने बताया कि छापे उत्तर प्रदेश के जालौन, हमीरपुर, लखनऊ समेत कई जिलों के साथ ही दिल्ली में भी मारे गए। इलाहाबाद उच्च न्यायालय के निर्देश पर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) मामले की जांच कर रही है।