लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बरेली में बंदरों आतंक इस कदर बढ़ गया है कि लोग अपने साथ लाठी लेकर चल रहे है। सोते समय बंदरों के हमले से घायल एक युवक ने बताया कि जब वह सो रहा था तो बंदरों ने उस पर हमला कर उसे कई बार काटा है। इस कारण वह घायल भी हो गया है।
युवक ने बताया कि इलाके में बंदरों का ऐसा दहशत है कि लोग अपने साथ लाठी रख रहे है ताकि हमले के वक्त अपना बचाव कर पाए। युवक ने यह भी बताया कि उसके गांव में करीब 8 से 10 ऐसे केस है जहां लोग बंदरों के शिकार हुए हैं।
वहीं इन सब के बीच डीएम ने इन बदंरों की पकड़ने के लिए संबंधित अधिकारियों से इजाजत मांगी है।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार, बरैली के कई इलाकों में बंदरों का आतंक है। इन इलाकों में बंदर लोगों पर कभी भी हमला कर दे रहे है। ये अचानक खेत, घर में बैठे, सोते लोगों पर हमला कर उन्हें घायल कर दे रहे हैं। बताया जा रहा है कि मीरगंज क्षेत्र में एक हफ्ते में बंदरों ने एक की जान ले ली है, वहीं 68 लोगों के घायल होने की भी खबर सामने आ रही है।
इलाके में बंदरों का खौफ इतना बढ़ गया है कि लोग अब अपने साथ लाठी या डंडा लेकर चल रहे है। वहीं स्कूल जाने वाले बच्चे भी अपनी हाथों में डंडा लेकर घर से बाहर निकल रहे है।
इन इलाकों में है भारी आतंक
बंदरों के आतकं से बरैली के ये इलाकें काफी प्रभावित हुए है। इन इलाकों में गांव खिरका, खरगपुर, औंध, मढ़ौली, नारा फरीदापुर, मुगलपुर और कस्बा फतेहगंज पश्चिमी ज्यादा प्रभावित हुए है। लोग यहां डर के साए में जी रहे है। रास्ता चलने वाले लोग, दुकान में बैठे दुकानदार और घरों में रहने वाले निवासी भी अब अपने साथ डंडा लेकर चल रहे है।
डीएम ने एक्शन लेने की बात कही
इस मामले में बोलते हुए डीएम शिवकांत द्विवेदी ने बताया कि पूरे इलाके में बंदरों का काफी दहशत है। खास तौर पर मीरगंज इलाके के निवासी इससे ज्यादा परेशान है। उन्होंने आगे बताया कि इन बंदरों को पकड़ने के लिए हमनें वन्यजीव प्रमुख वार्डन से अनुमति भी मांगी है। ऐसे में उन्होंने लोगों को सतर्क रहने की बात कही है।