लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान बेलगाम बयानबाजी में एक और नाम केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा का भी जुड़ गया है। वो गाजीपुर संसदीय सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बीजेपी कार्यकर्ताओं पर उठने वाली उंगली और आंख सलामत नहीं रहेगी। उन्होंने कहा, 'बीजेपी का कार्यकर्ता अपराध अर्जित धन और भ्रष्टाचार को जमींदोज करने को तैयार है और मैं कहना चाहता हूं कि अगर किसी की उंगली बीजेपी के कार्यकर्ता की तरफ दिखी तो भरोसा रखिए चार घंटे में वह उंगली सलामत नहीं रहेगी।'
उन्होंने कहा 'कोई पूर्वांचल का अपराधी किसी की औकात नहीं है कि गाजीपुर की सीमा में आ करके बीजेपी कार्यकर्ता की तरफ अगर आंख दिखाएगा तो वह आंख सलामत नहीं रहेगी।' माना जा रहा है कि उनका इशारा बाहुबली मुख्तार अंसारी की तरफ था। गाजीपुर लोकसभा सीट से मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी बीएसपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। गाजीपुर लोकसभा सीट पर लोकसभा चुनाव के सातवें चरण में 19 मई को मतदान है।
इससे पहले भी कई नेताओं ने चुनाव प्रचार में भाषा की मर्यादा लांघी है। मायावती और योगी आदित्यनाथ पर चुनाव आयोग रोक भी लगा चुका है। इसके अलावा कई नेताओं को आचार संहिता के उल्लंघन के लिए नोटिस जारी किया जा चुका है।
मनोज सिन्हा गाजीपुर सीट से 3 बार लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में मनोज सिन्हा ने सपा की प्रत्याशी शिवकन्या कुशवाहा को 32,452 मतों के अंतर से हराया था।