नई दिल्ली,2 मई: आज शाम हुई तेज बारिश के बाद से दिल्ली समेत उत्तर भारत का मौसम बदल गया है। खबर के अनुसार उत्तर प्रदेश के सहारनपुर और बिजनौर में बुधवार को अचानक आए आंधी-तूफान ने एक युवक और तीन बच्चियों की जान ले ली, जबकि एक मदरसे की टीनशेड गिरने से आठ मासूम घायल हो गए। वहीं रामपुर में अजीम नगर के मिलक बगरउआ गांव में पेड़ के नीचे दबकर महिला की मौत हो गई। वहीं, राजस्थान के अलवर में भी दो लोगों की मौत हो गई है।
इसके अलावा यूपी के अन्य हिस्सों में भी आंधी और बारिश का कहर देखने को मिला। देश की राजधानी दिल्ली में भी धूल भरी आंधी के बाद भारी बारिश हुई। राजधानी दिल्ली में भी धूल भरी आंधी के बाद भारी बारिश हुई। जिसकी वजह से तापमान में गिरावट आयी और लोगों को तपती गर्मी से राहत मिली, लेकिन शहर के विभिन्न भागों में जाम भी देखने को मिला। जबकि खराब मौसम के कारण फ्लाइट भी डिले हो गई हैं।
वहीं, उत्तरकाशी में भूस्खलन होने से गंगोत्री और यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित हो गये हैं।आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि ऋषिकेश—गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग मल्ला तथा यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग स्यानाचट्टी व ओजरी के पास भूस्खलन होने से बाधित हो गये जिससे दोनों मार्गों पर सैकड़ों यात्री वाहनों में फंस गए हैं। सीमा सड़क संगठन तथा अन्य एजेंसियां मार्ग खोलने में जुटी हुई हैं। शाम को हुई बारिश के चलते गंगोत्री हाईवे पर मल्ला के पास बड़े स्तर पर भूस्खलन हुआ जिससे गंगोत्री हाईवे पर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बाधित हो गई तथा मार्ग के दोनों ओर दर्जनों यात्री वाहनों की लम्बी कतार लग गई।
दूसरी और यमुनोत्री क्षेत्र में भी भारी बारिश होने के बाद यमुनोत्री हाईवे स्यानाचट्टी व ओजरी के पास भारी मात्रा में मलबा आने से बंद हो गया जिससे यमुनोत्री धाम को आने व जाने वाले सैकड़ों यात्री घंटों तक वाहनों में फंसे रहे।सूत्रों ने बताया कि दोनों मार्गों पर से मलबा हटाकर उन पर जल्द ही यातायात शुरू कर दिया जायेगा।इसके अलावा, चिन्यालीसौड़ क्षेत्र के मोरियाणा टॉप पर तेज आंधी चलने के कारण कुछ आवासीय भवन के साथ टीन शेड से बनी दुकानों की छत उड़ गई हैं। स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना प्रशासन को दी है।
(इनपुट भाषा)