नई दिल्ली: तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा ने बुधवार को नवरात्रि के दौरान मीट दुकानों पर लगे बैन की आलोचना करती हुई नजर आईं। संविधान द्वारा भारतीय नागरिकों को दी गई स्वतंत्रता का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि यह उन्हें जब चाहे मांस खाने की अनुमति देता है और मांस बेचने वाले दुकानदारों को अपना व्यवसाय करने की स्वतंत्रता भी देता है।
मोइत्रा ने ट्वीट करते हुए लिखा, "मैं साउथ दिल्ली में रहती हूं। संविधान मुझे अनुमति देता है कि मैं जब चाहूं मांस खा सकती हूं और दुकानदार को अपना व्यापार चलाने की आजादी देता है। पूर्ण विराम।" बता दें कि सोमवार को दक्षिण दिल्ली के मेयर मुकेश सूर्यन ने घोषणा की थी कि "देवी दुर्गा को समर्पित नवरात्रि की शुभ अवधि" के दौरान उनके नागरिक निकाय के तहत मांस की दुकानें बंद कर दी जानी चाहिए। इस दौरान उन्होंने ये भी कहा था कि भक्त इन नौ दिनों के दौरान मांस, प्याज और लहसुन खाने से बचते हैं।
उन्होंने दावा किया था कि शिकायतों के बाद यह निर्णय लिया गया और यह किसी की स्वतंत्रता का उल्लंघन नहीं करता है। दक्षिण दिल्ली नगर निगम के मेयर ने मंगलवार को एनडीटीवी से कहा, "हम सभी मांस की दुकानों को सख्ती से बंद कर देंगे। जब मांस नहीं बेचा जाएगा, तो लोग इसे नहीं खाएंगे।" सूर्यन ने कहा, "हमने दिल्लीवासियों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए यह फैसला किया है। लोगों ने मुझसे शिकायत की। उपवास रखने वाले लोगों को खुले में मांस काटने में परेशानी हो रही थी। यह किसी की व्यक्तिगत स्वतंत्रता का उल्लंघन नहीं है।"