दिल्ली का तीस हजारी कोर्ट शनिवार को जंग के मैदान में तब्दील हो गया और पुलिसवालों और वकीलों के बीच हुई झड़प में दोनों पक्षों के कई लोग घायल हो गए।
इस घटना के विरोध में बार संगठनों ने इस घटना की कड़ी आलोचना करते हुए सोमवार को हड़ताल का ऐलान कर दिया है। वकील दिल्ली की सभी अदालतों में सोमवार को काम का बहिष्कार करने करेंगे।
पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ दर्ज की एफआईआर
वहीं दिल्ली पुलिस ने तीस हजारी कोर्ट में पुलिस और वकीलों के बीच हुई झड़प पर कहा है कि दोनों पक्षों के खिलाफ 186, 353, 427, 307 धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। ये एफआईआर शिकायत दोनों पक्षों (पुलिस और वकीलों) से प्राप्त शिकायत के आधार पर दर्ज की गई। आगे की जांच क्राइम ब्रांच एसआईटी कर रही है।
एक अफवाह की वजह से हुई झड़प!
नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, ये झड़प एक अफवाह की वजह से हुई जिसने हिंसक रूप ले लिया। इसके मुताबिक, तीस हजारी कोर्ट में शनिवार दोपहर में ये अफवाह उड़ी की पुलिस वालों की गोली से एक वकील की मौत हो गई है। इस बात से वकील भड़क गए और उन्होंने पुलिसकर्मियों पर हमला बोल दिया।
कोर्ट परिसर में जो भी पुलिसकर्मी नजर आया उसे वकीलों ने दौड़कर पीटा गया। वकीलों की संख्या देख पुलिसकर्मी भाग खड़े हुए। इस झड़प में कई वकील भी घायल हुए जबकि करीब 15 गाड़ियों में आग लगा दी गई, जिनमें पीसीआर वैन भी शामिल है।
इस घटना का वीडियो बना रहे कई लोगों के कैमरे भी छीनकर तोड़ दिए गए और इसको कवर रहे कुछ मीडियाकर्मियों के कैमरों को तोड़ने और उनसे बदसलूकी का भी आरोप है।